राजकोट रेप केस: सबूत जुटाने गई पुलिस टीम पर हमला, फायरिंग में आरोपी के पैरों में लगी गोली

गुजरात में एक मासूम बच्ची से रेप के आरोपी ने पुलिस कस्टडी में रहते हुए कानून को चुनौती देने की कोशिश की है. सबूत जुटाने के दौरान आरोपी ने पुलिस पर जानलेवा हमला किया, जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. आरोपी घायल है, जबकि एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है.

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6 साल की बच्ची के साथ खेत में मजदूर ने की थी दरिंदगी. (Photo: Representational) 6 साल की बच्ची के साथ खेत में मजदूर ने की थी दरिंदगी. (Photo: Representational)

aajtak.in

  • राजकोट,
  • 13 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:59 PM IST

गुजरात के राजकोट में एक रेप केस में पुलिस कार्रवाई के दौरान बड़ी घटना सामने आई है. 6 साल की बच्ची से रेप के आरोपी ने सबूत जुटाने के दौरान पुलिस टीम पर हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग कर दी. इसके बाद आरोपी के पैर में गोली लग गई, जिसके बाद वो घायल हो गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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पुलिस के मुताबिक, ये घटना बुधवार को राजकोट जिले के अटकोट इलाके में हुई थी. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस आरोपी को उस खेत में लेकर गई थी, जहां उसने वारदात में इस्तेमाल की गई लोहे की रॉड फेंकने का दावा किया था. इसी दौरान आरोपी ने एक पुलिसकर्मी पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे वो घायल हो गया.

आरोपी की पहचान रामसिंह दादवेजर के रूप में हुई है, जो मजदूर है. उसे 4 दिसंबर को कानपर गांव के पास धान के खेत में खेल रही 6 साल की बच्ची के साथ रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने बच्ची को झाड़ियों में खींचकर उसके साथ दरिंदगी की और गंभीर रूप से घायल हालत में छोड़ दिया था. उसको कुछ ही घंटों में पकड़ लिया गया.

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एसपी (ग्रामीण) विजयसिंह गुर्जर ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 15 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस जांच के दौरान उसे क्राइम सीन पर ले गई थी, जिस दौरान उसने पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया और फरार होने की कोशिश करने लगा. हमले के बाद दो पुलिसकर्मियों ने आत्मरक्षा में सर्विस रिवॉल्वर से दो राउंड फायर की. 

फायरिंग में आरोपी के दोनों पैरों में गोली लगी. घायल आरोपी और पुलिसकर्मी को पहले पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए राजकोट सिविल अस्पताल रेफर किया गया. पुलिस ने साफ किया है कि यह कार्रवाई पूरी तरह आत्मरक्षा में की गई. मासूमों के खिलाफ अपराध करने वालों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी.

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