एक्सीडेंट के बाद 22 किमी दूर मिला शव, 132 पुलिसकर्मियों ने 105 CCTV खंगालकर सुलझाई गुत्थी

राजस्थान के जयपुर में हुए हिट एंड रन का पुलिस ने ख़ुलासा कर दिया है. इस मामले को सुलझाने के लिए 14 घंटे तक 132 जवान लगाए. यही नहीं, 20 किलोमीटर की जद में आने वाले 105 CCTV कैमरों को खंगाला गया. इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज नजर आया कि आरोपी कार की छत पर हादसे का शिकार घायल युवक लेकर जा रहा है.

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एक्सीडेंट के बाद 22 किमी दूर मिला शव. (प्रतीकात्मक फोटो) एक्सीडेंट के बाद 22 किमी दूर मिला शव. (प्रतीकात्मक फोटो)

शरत कुमार

  • जयपुर ,
  • 20 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 2:05 PM IST
  • घायल को कार की छत पर लिए घूमता रहा ड्राइवर
  • पुलिस कर रही फरार ड्राइवर की तलाश

राजस्थान के जयपुर में हुए हिट एंड रन का पुलिस ने ख़ुलासा कर दिया है. इस मामले को सुलझाने के लिए 14 घंटे तक 132 जवान लगाए गए. यही नहीं, 20 किलोमीटर की जद में आने वाले 105 CCTV कैमरों को खंगाला गया. इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज नजर आया कि आरोपी कार की छत पर हादसे का शिकार घायल युवक लेकर जा रहा है.

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पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी ड्राइवर कार की छत पर एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति को लेकर भाग रहा है. पुलिस ने बताया कि एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति चाकसू का रहने वाला है जिसका नाम गंगा लाल है.

एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश का कहना है कि यह कार झोटवाड़ा के अंकित अग्रवाल नाम के व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है. कार नंबर के आधार पर पुलिस अंकित के घर पहुंची मगर वहां अंकित अग्रवाल नहीं मिला है. कार चालक की तलाश की जा रही है. 

एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने आगे बताया कि पुलिस ने मानसरोवर के थाने में लगे एक CCTV कैमरे में देखा कि रात 11.44 पर अंकित अग्रवाल की गाड़ी वहां से निकल रही है जिसमें एक युवक अचेत अवस्था में गाड़ी की छत पर गिरा हुआ है.

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बता दें, यह मामला तब सामने आया जब जयपुर के मानसरोवर के एसएफएस कॉलोनी के गार्ड ने कार की छत पर एक घायल को देखा तो कार चालक को रोकने की कोशिश की. जिसकी वजह से ड्राइवर ने गाड़ी को तेज़ी से बैक किया इसमें युवक का शव कार की छत से वहीं गिर गया. 

पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो उन्होंने सीसीटीवी में पाया कि यह हादसा 22 किमी दूर शिवदान पुरा में हुआ था. पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद घायल शख्स को ड्राइवर इस तरह से गाड़ी की छत पर लेकर घूमने और फेंक कर भागने बजाय अस्पताल पहुंचाता तो उसकी जान बच सकती थी.

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