तीन साल पहले भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किए गए पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला को अब क्लीनचिट मिलती दिख रही है. पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में मोहाली की अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अब इस मामले में आगे कोई जांच या कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए. पूर्व मंत्री के खिलाफ ये कार्रवाई मई 2022 में हुई थी, जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने महज दो महीने ही हुए थे.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्री को बर्खास्त करते हुए दावा किया था कि डॉ. विजय सिंगला ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है. अब उसी केस में जब पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट फाइल की है, तो विपक्ष ने सरकार पर ही बड़ा हमला बोल दिया है. यह मामला तब सामने आया जब पंजाब हेल्थ सिस्टम्स कॉर्पोरेशन में तैनात सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर राजिंदर सिंह ने शिकायत दी थी कि उनसे कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के आवंटन में रिश्वत मांगी गई थी. उनसे 1.16 करोड़ रुपए की मांग की गई थी.
पंजाब पुलिस ने अदालत में दाखिल की क्लोजर रिपोर्ट
शिकायतकर्ता के मुताबिक, उन्हें यहां तक धमकाया गया कि यदि पैसे नहीं दिए गए, तो उनका करियर तबाह कर दिया जाएगा. मानसिक तनाव और डर के कारण उन्होंने 5 लाख रुपए देने पर सहमति जताई, लेकिन बाद में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद विजय सिंगला और उनके ओएसडी प्रदीप कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था. हाल ही में पंजाब पुलिस ने मोहाली की अदालत में इस केस की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है.
शिकायतकर्ता राजिंदर सिंह ने भी दी अपनी सहमति
खास बात ये रही कि शिकायतकर्ता राजिंदर सिंह ने भी कोर्ट में दिए गए अपने बयान में कहा कि उन्हें जांच रिपोर्ट पर कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि क्लोजर रिपोर्ट को मंजूरी मिलती है तो वह सहमत हैं. अदालत अब इस केस में 14 जुलाई को सुनवाई करेगी. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस और अकाली दल ने आम आदमी पार्टी पर जमकर हमला बोला है. पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि कार्रवाई के नाम पर तमाशा किया गया है.
कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने बोला हमला
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ''साल 2022 में मान साहब ने पूरे राज्य में यह संदेश दिया था कि वो अपने ही मंत्री पर कार्रवाई कर रहे हैं, एक बड़ा तमाशा हुआ था. अब वही मंत्री क्लीन चिट पा रहे हैं. क्या ये सब एक स्क्रिप्टेड ड्रामा नहीं था?'' शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक्स पर लिखा, “मुख्यमंत्री बताएं कि वो सबूत कहां गए जिनके आधार पर विजय सिंगला को मंत्रिमंडल से निकाला गया था? क्या अब ये दिल्ली का दबाव है कि उन्हें क्लीन चिट दी जाए?"
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