उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. बलरामपुर, आगरा, बरेली से लेकर दुबई और पाकिस्तान तक धर्मांतरण सिंडिकेट के तार जुड़े हुए हैं. ताजा मामला बिजनौर जिले में सामने आया है. यहां एक शख्स ने अपना नाम और धार्मिक पहचान छुपाकर एक विधवा महिला को अपनी जाल में फंसाया. उससे शादी करके धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संजीव वाजपेयी ने बताया कि पीड़ित महिला ने शनिवार को बिजनौर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है. उसकी तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है. आरोपी को गिरफ्तार करके पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की जा रही है.
पीड़िता ने अपनी तहरीर में बताया है कि नौ साल पहले उसके पहले पति की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद उसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई. उसने अपना नाम रवि बताया. पहले उन दोनों के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे रिश्ते में बदल गई. इसके बाद दोनों ने शादी कर लिया. शादी के बाद उनके बच्चे भी हुए. लेकिन समय के साथ जो सच्चाई सामने आई, उससे जानने के बाद महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई.
महिला को पता चला कि उसका पति, जिसे वह रवि समझती रही, दरअसल नसीम नाम का व्यक्ति है. शादी के समय उसने अपनी असली पहचान को जानबूझकर छुपाया था. उसका आरोप है कि नसीम ने घर बनाने के नाम पर उसकी जमा-पूंजी भी हड़प ली. इतना ही नहीं वो लगातार महिला पर दबाव बना रहा था कि वो अपना धर्म बदलकर इस्लाम अपना ले. उसने विरोध किया तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया.
पुलिस के अनुसार इस मामले की आगे की तफ्तीश जारी है. यह भी देखा जा रहा है कि क्या आरोपी पहले भी किसी अन्य महिला को इसी तरह से निशाना बना चुका है. यह मामला सिर्फ धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि विश्वास, आस्था और कानून की खुली अवहेलना का प्रतीक है. पुलिस का कहना है कि इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है. आरोपी के खिलाफ कोर्ट में मजबूत चार्जशीट दाखिल की जाएगी.
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