जब पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली को एफबीआई ने गिरफ्तार किया था, तो उसने खुलासा किया था कि लश्कर-ए-तैयबा का चीफ मिलिट्री कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी था और उसने ही मुंबई में 26/11 अटैक करवाया था. मुंबई अटैक में 175 लोगों की मौत हो गई थी. डेविड हेडली अमेरिका की ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी (DEA) का एजेंट था.
पाकिस्तान की अदालत ने लखवी को जेल की सजा सुनाई थी. लेकिन अब लखवी बाहर आ गया है और रावलपिंडी और लाहौर की सड़कों पर खुलेआम घूमता है. लाहौर और रावलपिंडी, उन शहरों में शामिल हैं, जहां चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को जाना है.
लखवी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने अल-कायदा सैंक्शन कमिटी में डाल रखा है. यानी उस पर प्रतिबंध लगा रखा है और वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है. तब से ही लखवी ने अपना नाम अबू वासी रख लिया.
इस्लामाबाद की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ मॉडर्न लैंग्वेज (NUML) में डिपार्टमेंट ऑफ इस्लामिक थॉट एंड कल्चर में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुहम्मद सईद खुलेआम लखवी का समर्थन करते दिखाई देते हैं. दोनों किसी फिटनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम में थे. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक दाढ़ी वाले शख्स को फिटनेस टेस्ट में हिस्सा लेते दिख रहा है. इस शख्स के लखवी होने का दावा है.
इंडिया टुडे की ओपन सोर्स इन्वेस्टिगेशन टीम (OSINT) ने तीन फेशियल रिकग्निशन प्रोग्राम के जरिए इसकी पहचान की, जिसमें इस शख्स के लखवी होने की पुष्टि होती है.
इस फुटेज में डॉ. जैद हारिस भी नजर आ रहे हैं, जो खुद को इस्लामिक स्कॉलर बताते हैं. वीडियो में मुहम्मद और हारिस, दोनों ही लखवी का गुण-गान करते दिख रहे हैं. ये वीडियो सबसे पहले लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने वाले अकाउंट्स पर देखा गया था.
इस फिटनेस ट्रेनिंग के इवेंट को सैयद मुहम्मद नाम के शख्स ने करवाया था. उसने अपने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि वो मिस्टर पाकिस्तान रह चुका है. जब सैयद मुहम्मद से संपर्क किया गया तो उसने दावा किया कि वो फिटनेस टेस्ट में आने वालों की पहचान से अनजान था. उसने दावा किया कि ये एक 'फैमिली इवेंट' था, जो कोविड के शुरुआती दिनों में हुआ था. हालांकि, उसका ये दावा गलत निकला.
वीडियो में सैयद कह रहा है, '63 साल के शख्स को 18-19 मिनट में 210 रिपिटीशन करते हुए कभी नहीं देखा. मैंने अपने प्रोफेशन में आजतक किसी को ऐसा करते नहीं देखा.'
अमेरिकी सरकार के एक दस्तावेज के मुताबिक, लखवी का जन्म 30 दिसंबर 1960 को हुआ था. इस हिसाब से वो 2024 में 63 साल के आसपास हो गए, न कि कोविड के शुरुआती दिनों में, जैसा कि उसने दावा किया था. इससे पता चलता है कि सैयद ने वीडियो के पुराने होने का जो दावा किया था, वो गलत था.
मुहम्मद और हैरिस, दोनों ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें वो पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं. NUML की वेबसाइट पर मौजूद डॉ. सईद की प्रोफाइल से पता चलता है कि उन्होंने 2021 में मुंबई के एक जर्नल ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेस रिव्यू में पेपर पब्लिश किया था.
26/11 के मुंबई अटैक के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लखवी को सैंक्शन लिस्ट में डाला था. अमेरिका, भारत समेत कई यूरोपीय देशों ने लखवी पर प्रतिबंध लगा रखा है. अमेरिकी अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि लखवी अल-कायदा से जुड़ा था और वो विदेशों में आतंकी हमलों को अंजाम देता रहा है.
इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि लखवी के पास रावलपिंडी, लाहौर और ओकारा में घर है, जहां वो खुलेआम घूमता है. आंतक के कमांडर लखवी को पाकिस्तान की अदालत ने टेरर फंडिंग के मामले में तब दोषी ठहराया था, जब फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डालने वाला था. सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि आतंकी लखवी की गिरफ्तारी महज दिखावा थी.
2008 के मुंबई हमलों के बाद से भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है. पाकिस्तान में 2025 में आईसीसी की चैंपियंस ट्रॉफी होने जा रही है. बीसीसीआई ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में खेलने पर चिंता जाहिर की है. हालांकि, अब तक ये साफ नहीं हुआ है कि भारतीय टीम पाकिस्तान जाएगी या नहीं?
अंकित कुमार / अरविंद ओझा