बिहार के बेगूसराय के मटिहानी थाना क्षेत्र में 22 साल की निशा कुमारी की हत्या दहेज की वजह से कर दी गई. दहेज में बाइक नहीं मिलने पर निशा को 10 नवंबर को सुसराल में मार दिया गया. इसके बाद उसके पति रोहित कुमार और ससुराल वालों ने शव को बिछावन पर रखकर प्लास्टिक की रस्सी से मजबूती से बांध दिया. कार में शव रखकर करीब 8 किलोमीटर दूर गंगा नदी में फेंक दिया.
इस घटना के 20 दिन बाद रविवार को गंगा के उथले पानी में एक शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. लाश को बाहर निकाला गया तो कपड़े और हालत पहले से काफी बदली हुई थी. लेकिन सदर अस्पताल पहुंचकर मृतका के मां-पिता ने उसे अपनी बेटी निशा कुमारी के रूप में पहचान लिया. शव मिलने के बाद पूरे मामले की दिशा बदल गई. पुलिस ने जांच को तेज कर दिया.
निशा के पिता मुखराम चौहान ने पहले ही पुलिस को बयान दे दिया था कि उसकी बेटी की हत्या हुई है. उनसको एक साल से दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था. कभी पैसे तो कभी सामान की मांग की जाती थी. उन्होंने बताया कि जून 2023 में सिंघौल थाना क्षेत्र के रचियाही निवासी रोहित कुमार से उनकी बेटी की शादी हुई थी. कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष मोटरसाइकिल की मांग करने लगा.
10 नवंबर तक मुखराम की अपनी बेटी से बात होती रही. 11 नवंबर को अचानक दामाद रोहित ने फोन कर कहा कि निशा घर से भाग गई है. 17 नवंबर को उसने दूसरी कहानी सुनाई कि निशा ने फांसी लगा ली और शव जला दिया गया. इसी शक के आधार पर पीड़िता के पिता ने 18 नवंबर को सिंघौल थाने में हत्या की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
एसपी मनीष के मुताबिक, पुलिस ने निशा के पति को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी साजिश का खुलासा हो गया. इसी पूछताछ में हत्या, शव छिपाने और गंगा में फेंकने की पूरी कहानी सामने आ गई. आरोपी ने बताया कि घरवालों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया और सबूत मिटाने के लिए लाश को नदी में बहा दिया. सदर डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
सौरभ कुमार