यूपी के गाजियाबाद से गुरुग्राम एसटीएफ ने हत्या के आरोपी को 30 साल बाद गिरफ्तार किया है. साल 1992 में लूट के दौरान भिवानी में अपने ही साथी का मर्डर कर दिया था. पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था. आरोपी उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय भाषा की 28 फिल्मों में भी काम कर चुका है. साथ ही वह भारतीय सेना में भी काम कर चुका है. उस पर चोरी और लूटपाट के 6 से ज्यादा केस दर्ज हैं.
एसटीएफ के अनुसार, ओमप्रकाश उर्फ पासा साल 1992 में भिवानी इलाके में अपने दोस्त की हत्या कर फरार हो गया था. इस दौरान वह ट्रक ड्राइवर भी रहा. इसके बाद उसने नाम बदलकर एक के बाद एक 28 फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाए. उस पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. साल 1988 में अनुशासनहीनता के आरोप में उसे आर्मी से डिसमिस कर दिया गया.
ओमप्रकाश पर साल 1986 में चोरी का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें वह फरार चल रहा था. 1990 में पानीपत में बाइक चुराई. पानीपत में ही मशीन चोरी की. खरखोदा में स्कूटर चोरी किया और फिर 15 जनवरी 1992 को भिवानी में अपने ही साथी की लूट के दौरान हत्या करके फरार हो गया. उसके खिलाफ राजस्थान में भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पूछताछ में ओमप्रकाश ने खुलासा किया 2007 से यूपी के हरबंस नगर में टैक्सी चलाने लगा था. उसी दौरान उसकी पहचान क्षेत्रीय भाषा की फिल्म बनाने वाले लोगों से हुई. फिर वह फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभाने लगा. एसटीएफ के अनुसाल, हाल ही में आरोपी ने एक और क्षेत्रीय फिल्म साइन की थी, लेकिन इससे पहले ही एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
नीरज वशिष्ठ