दिल्लीः लैंडिंग के वक्त वॉशरूम जाने से रोका, युवक ने DGCA के कर्मचारी को किया अगवा!

8 जनवरी को डीजीसीए के एक कर्मचारी सुरेंद्र ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि उसे एक शख्स अपने साथ टैक्सी में मेडिकल कराने के लिए सफदरजंग हॉस्पिटल ले गया और उसने उसका मोबाइल फोन और आई कार्ड भी ले लिया. सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवक ने उसके साथी का फ़ोन भी ले लिया था.

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पुलिस ने आरोपी युवक और टैक्सी चालक को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस ने आरोपी युवक और टैक्सी चालक को गिरफ्तार कर लिया है

हिमांशु मिश्रा

  • दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 3:42 PM IST
  • डीजीसीए के कर्मचारी को जबरन ले गया था साथ
  • DGCA के ऑफिस में खुद को बता रहा था अधिकारी

दिल्ली पुलिस ने डीजीसीए के ऑफिस में अवैध रूप से घुसने और एक कर्मचारी को जबरन कार में बैठाकर ले जाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है. युवक पर आरोप है कि वो कर्मचारी का मोबाइल फ़ोन भी अपने साथ ले गया. पुलिस ने इस मामले में एक टैक्सी ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस आगे की छानबीन कर रही है.

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दरअसल, 8 जनवरी को डीजीसीए के एक कर्मचारी सुरेंद्र ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि उसे एक शख्स अपने साथ टैक्सी में मेडिकल कराने के लिए सफदरजंग हॉस्पिटल ले गया और उसने उसका मोबाइल फोन और आई कार्ड भी ले लिया. सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवक ने उसके साथी का फ़ोन ले लिया था. 

शिकायतकर्ता सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि वो युवक उसके दफ्तर से उसे टैक्सी में लेकर सफदरजंग हॉस्पिटल आया, वहां उसने उसका मेडिकल कराने की कोशिश की. लेकिन वहां अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि बिना लोकल पुलिस के मेडिकल नहीं होगा. इसके बाद आरोपी युवक सुरेन्द्र को कोटला की लाल बत्ती पर छोड़ गया और फिर जाते वक्त उसका आईकार्ड, मोबाइल फ़ोन भी अपने साथ ले गया, लेकिन वो अपना नंबर सुरेंद्र को दे गया था.

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पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की. तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और मोबाइल डिटेल से पुलिस को पता लगा कि आरोपी का नाम वैभव है. वह 7 जनवरी को फ्लाइट में सवार होकर बनारस से दिल्ली आया था. प्लेन के लैंड करने से पहले वैभव ने वॉशरूम जाना चाहा तो प्लेन के स्टॉफ ने उसे रोक दिया. इसकी वजह से वैभव और स्टाफ के बीच बहस भी हुई थी.

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पुलिस के मुताबिक अगले दिन 8 जनवरी को वैभव शिकायत करने के लिए एक टैक्सी से डीजीसीए के दफ्तर पहुंचा. आरोपी वैभव का कहना है कि कुछ लोग वहां उसे नशे में लग रहे थे. जिसके बाद उसे गुस्सा आ गया. उन लोगों से भी वैभव की बहस हुई. फिर वैभव ने वहां खुद को एक अधिकारी बताया और सुरेंद्र को टैक्सी में लेकर मेडिकल कराने हॉस्पिटल पहुंच गया.

लेकिन हॉस्पिटल ने बिना पुलिस की मौजूदगी के मेडिकल से इनकार किया तो वैभव सुरेंद्र का आई कार्ड और मोबाइल फोन साथ लेकर चला गया. उस वक़्त हॉस्पिटल में सुरेंद्र का एक साथी भी पहुंच गया. आरोप है कि वैभव ने उसका फ़ोन भी अपने पास रख लिया. पुलिस ने शुरुआत में वैभव से फ़ोन पर बात की और जांच में शामिल होने के लिए कहा. लेकिन वैभव नहीं आया.

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इसके बाद पुलिस ने वैभव को रोहिणी से एक किराये के मकान से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया है. टैक्सी ड्राइवर ने पुलिस को बताया है कि उसे लगता था कि वैभव कोई अधिकारी है. इसलिये वो उसकी सारी बात मान रहा था. पुलिस के मुताबिक वैभव बनारस से लॉ कर चुका है. पुलिस ने वैभव के पास से दोनों मोबाइल और सुरेंद्र का आईकार्ड बरामद कर लिया है. अब उससे पूछताछ की जा रही है.

 

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