दिल्ली के करोल बाग इलाके में टूटी बीयर की बोतल से हत्या की कोशिश के एक सनसनीखेज मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. इस केस में फोरेंसिक जांच का एक छोटा सा सुराग पुलिस के लिए बड़ी कड़ी साबित हुआ और महज 72 घंटे के भीतर तीनों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया. यह वारदात 15 दिसंबर को अजमल खान पार्क में हुई थी.
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित अपने एक दोस्त के साथ पार्क में रील शूट कर रहा था. इसी दौरान पास ही शराब पी रहे तीन युवकों ने उससे बदतमीज़ी शुरू कर दी. जब पीड़ित ने उनके व्यवहार पर आपत्ति जताई तो बहस ने हिंसक रूप ले लिया. आरोपियों में से एक ने बीयर की बोतल तोड़ दी और नुकीले कांच से पीड़ित के सिर पर जोरदार वार किया.
हमले में पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई. इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हत्या की कोशिश समेत भारतीय न्याय संहिता की अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया. इसके बाद मामले की जांच के लिए एक स्पेशल टीम गठित की गई.
पुलिस की जांच के दौरान पार्क से बीयर की बोतल का एक टूटा हुआ टुकड़ा मिला, जिस पर बारकोड मौजूद था. यही बारकोड इस केस की सबसे अहम कड़ी बना. पुलिस ने बारकोड के जरिए पास के शराब ठेकों की पहचान की और वहां के CCTV फुटेज खंगाले. इसके बाद आसपास के इलाकों के कैमरों की जांच में एक स्कूटर सामने आया.
इसका इस्तेमाल आरोपियों ने किया था. CCTV फुटेज जोड़ते हुए पुलिस ने तीनों संदिग्धों की पहचान कर ली. 18 दिसंबर को पुलिस ने हम्माद उर्फ रिजवान, कामरान उर्फ सारिम और फरजान को हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान तीनों ने हमले में शामिल होने की बात कबूल कर ली. आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पीड़ित से माचिस मांगी थी.
उसके मना करने पर झगड़ा शुरू हुआ और बात मारपीट तक पहुंच गई. पुलिस ने बताया कि बाड़ा हिंदू राव इलाके का रहने वाला हम्माद एक हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ पहले से करीब 20 FIR दर्ज हैं. पुलिस अब तीनों आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड और इस घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है.
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