भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग के बाद हिंसा... 39 छात्रों पर गिरी गाज, 10 छात्र निलंबित, 29 पर जुर्माना

12 सितंबर को भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. इस घटना में चार छात्र घायल हुए थे, जिनमें एक को पटना एम्स रेफर किया गया. कॉलेज ने जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर 10 छात्रों को निलंबित कर दिया है.

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भागलपुर में रैगिंग से मचा बवाल, कॉलेज प्रशासन ने उठाया सख्त कदम. (Photo: FB@BCE) भागलपुर में रैगिंग से मचा बवाल, कॉलेज प्रशासन ने उठाया सख्त कदम. (Photo: FB@BCE)

aajtak.in

  • भागलपुर,
  • 24 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:29 PM IST

बिहार के भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (बीसीई) में 12 सितंबर को हुई हिंसा के बाद माहौल अभी भी तनावपूर्ण है. इस विवाद की जांच और उसकी रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज प्रशासन ने कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए कुल 39 छात्रों को सजा दी है. इनमें 10 छात्रों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है, जबकि 29 छात्रों पर जुर्माना लगाया गया है.

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बीसीई प्रशासन ने बताया कि सिविल इंजीनियरिंग विभाग के छठे सेमेस्टर के दोषी छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इनमें 12 छात्रों पर 25-25 हजार और 17 छात्रों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. इतना ही नहीं सभी 29 छात्रों को एक ब्लैक डॉट भी दिया गया है, जो उनके रिकॉर्ड में चेतावनी के रूप में दर्ज रहेगा. उनके अभिभावकों को भी सूचना भेजी गई है.

जानकारी के मुताबिक, कॉलेज में हिंसा की शुरुआत 12 सितंबर को हुई, जब दो छात्र गुटों के बीच भिड़ंत हो गई. इस झड़प में चार छात्र घायल हो गए. इनमें से एक की हालत गंभीर बताई गई और उसे बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स रेफर करना पड़ा. इस घटना के बाद से छात्रावास में दहशत का माहौल है. स्थानीय छात्रों का कहना है कि झड़प दोबारा होने की आशंका बनी हुई है.

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कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर बड़ा कदम उठाते हुए प्रथम वर्ष को छोड़कर सभी छात्रों को छात्रावास खाली करने का आदेश दिया है. कॉलेज परिसर में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. पीड़ित छात्रों के परिजनों ने भी शिकायत दर्ज कराई, जिस पर स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इस हिंसा में घायल छात्रों का आरोप है कि यह हिंसा रैगिंग के नाम पर की गई थी. 

उनका कहना है कि वरिष्ठ छात्रों ने उन्हें बेरहमी से पीटा और विरोध करने पर गुटबंदी की स्थिति पैदा हो गई. कॉलेज के प्राचार्य ओपी रॉय ने बताया कि जांच समिति गठित की गई थी, जिसने घटना की पूरी छानबीन की है. समिति की सिफारिशों और सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है. ब्लैक डॉट मिले छात्रों को वॉर्निंग दे दी गई है. 

यदि उन लोगों ने भविष्य में कोई भी गड़बड़ी की तो उनको कठोर कार्रवाई का सामना करना होगा. प्राचार्य ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को इस अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानकारी दे दी गई है. कॉलेज परिसर में किसी भी तरह की हिंसक गतिविधि को रोकने के लिए सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं. हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके.

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