बालासोर यौन उत्पीड़न: आत्मदाह की कोशिश के बाद ICU में छात्रा, इंसाफ के लिए सड़क पर उतरे लोग

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में यौन उत्पीड़न की शिकार एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा आत्मदाह की कोशिश के बाद आईसीयू में भर्ती है. अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है. उसके लिए इंसाफ की मांग करते हुए बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर गए हैं.

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 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा आत्मदाह की कोशिश के बाद आईसीयू में भर्ती है. (Photo:PTI) 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा आत्मदाह की कोशिश के बाद आईसीयू में भर्ती है. (Photo:PTI)

aajtak.in

  • भुवनेश्वर,
  • 14 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:24 PM IST

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में यौन उत्पीड़न की शिकार एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा आत्मदाह की कोशिश के बाद आईसीयू में भर्ती है. अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है. उसके लिए इंसाफ की मांग करते हुए बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर गए हैं. कई जगहों पर धरना और प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं. इसके साथ ही सूबे में इस घटना को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.

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बालासोर जिले के फकीर मोहन (स्वायत्त) कॉलेज में पढ़ने वाली इंटीग्रेटेड बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा ने कॉलेज प्रशासन से न्याय न मिलने के बाद खुद को आग लगा लिया था. उसका आरोप था कि उस पर केस वापस लेने के दबाव बनाया जा रहा है. यहां तक प्रिंसिपल भी इस मामले में उसका कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं. विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं.

ओडिशा महिला कांग्रेस अध्यक्ष मीनाक्षी बहिनीपति और विधायक सोफिया फिरदौस ने दिल्ली में इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने इसको राष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए कहा कि ओडिशा में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. वहीं, भुवनेश्वर में कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदम, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना और अन्य नेताओं ने इस घटना की घोर भर्त्सना करते हुए न्यायिक जांच की मांग की है.

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इस घटना की जांच के लिए कॉलेज पहुंची पुलिस की टीम

रामचंद्र कदम ने कहा, ''यह बेहद शर्मनाक है कि ओडिशा जैसे राज्य में छात्राएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहीं. कैंपस अब असुरक्षा का पर्याय बन चुका है.'' कांग्रेस की एक टीम बालासोर जाकर छात्रों से भी मुलाकात कर चुकी है. दूसरी ओर बीजद कार्यकर्ताओं ने बालासोर में फकीर मोहन कॉलेज के पास प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और बालासोर के सांसद के पुतले फूंके. 

प्रदर्शनकारियों ने सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़िता के लिए न्याय की मांग की है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भुवनेश्वर एम्स पहुचकर पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात की है. अस्पताल प्रशासन से इलाज की जानकारी ली. उन्होंने कहा, ''मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि छात्रा जल्द स्वस्थ होकर अपने घर लौटे. फिलहाल हमारी प्राथमिकता उसका जीवन बचाना है.''

उन्होंने आगे कहा, ''हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर राजनीति नहीं करना चाहते. यह समय राजनीति का नहीं है. हमें राज्य सरकार पर भरोसा है कि वह दोषियों पर कठोर कार्रवाई करेगी.'' ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को अपने काले अतीत की ओर भी देखना चाहिए. सरकार किसी भी अपराधी के प्रति नरम रवैया नहीं अपनाने वाली है. 

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