राम की नगरी अयोध्या में धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है, जिसमें एसडीएम बीकापुर और सीओ बीकापुर के अगुवाई में पुलिस टीम धर्मांतरण की सूचना पर छापेमारी कर करीब 3 दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जिले से आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच कर हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ में जुट गए हैं.
मामला कोतवाली बीकापुर क्षेत्र के चांदपुर गांव का है, जहां पर हाईवे के किनारे ईसाई धर्म का कार्यक्रम चल रहा था, जिसको लेकर प्रशासन को धर्म परिवर्तन की सूचना मिली, जिसके बाद आनन-फानन में एसडीएम बीकापुर और सीओ बीकापुर दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और करीब 40 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. बता दें कि हिरासत में लिए गए लोगों में ज्यादातर महिलाएं शामिल है. वहीं दूसरी तरफ मामले की सूचना पर हिंदू संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है.
मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो वह सभी प्रभु ईसा मसीह की आराधना कर रहे थे. कोई कहता है कि उसे बीमारी से राहत मिली इसलिए वह यहां आए हैं. इस खबर के सामने आने के बाद हिंदू संगठन से जुड़े लोग और अयोध्या के साधु संत भड़क उठे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या लोभ और दबाव के जरिये लोगों का धर्मांतरण तो नहीं कराया जा रहा था.
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देश को तोड़ने की साजिशः शिवसेना
शिवसेना का कहना है कि यह देशद्रोही साजिश है. देश को तोड़ने का एक तरीका बनाया जा रहा है. विदेशी ताकतें हमारे देश को तोड़ने की साजिश करेंगी इन लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा लगाकर रासुका में जेल भेजा जाए और तब तक ये बाहर ना आएं जब तक ये खुद तस्दीक में कर दें कि हम कभी जीवन में ऐसी गलती नहीं करेंगे.
पूरे मसले पर एसडीएम बीकापुर अनुराग प्रसाद ने कहा कि स्थानीय लोगों के द्वारा सूचना प्राप्त हुई धर्म परिवर्तन की मंशा से कुछ लोग बैठे हुए हैं और मामले की छानबीन की जा रही है जो लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.
बनबीर सिंह