राजस्थान के कोटा शहर के जवाहर नगर थाना इलाके के तलवंडी में नीट एग्जाम की तैयार कर रहे एक छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक का नाम इकबाल है, जो कि बिहार का रहने वाला था. 20 दिन पहले ही कोटा आया था. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मृतक के चाचा आसिफ के मुताबिक, 16 साल का इकबाल 20 दिन पहले नीट की तैयारी करने बिहार से कोटा आया था. 27 अप्रैल की रात को इकबाल से बात हुई थी. उसने सबकुछ ठीक बताया था. उसने कहा था, ''मैं अभी पढ़ाई कर रहा हूं. आपसे बाद में बात करता हूं.'' इसके बाद उसने अपने कमरे में फांसी का फंदा बनाया और पंखे से लटककर आत्महत्या कर लिया.
बताया जा रहा है कि इकबाल 11वीं क्लास का छात्र था. बिहार के दतिया जिला के दरियापुर गांव से कोटा आया था. उसके परिजनों ने कोटा शहर के तलवंडी इलाके में कमरा दिलवाया था. लेकिन उसकी मौत ने सबको हैरान कर दिया है. अभी तक खुदकुशी के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है. पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है. परिजनों से भी पूछताछ हो रही है.
बताते चलें कि राजस्थान के कोटा को कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है. यहां छात्रों की आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या ने कोचिंग उद्योग और अभिभावकों के बीच चिंता बढ़ा दी है. छात्रों पर बढ़ते मानसिक और शैक्षणिक दबाव को कम करने के लिए कोचिंग संस्थानों, माता-पिता और प्रशासन को मिलकर समाधान तलाशने की कोशिश की जा रही है.
ये घटनाएं शिक्षा प्रणाली में सुधार और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की गंभीर आवश्यकता को दर्शाती हैं. बीते चार महीने में यहां खुदकुशी के 13 मामले सामने आ चुके हैं. साल 2024 में कोटा में कुल 19 छात्रों ने सुसाइड किया था. साल 2023 में 29 छात्रों के आत्महत्या के मामले सामने आए थे. इन मामलों को रोकने के लिए पुलिस ने कई कदम उठाए हैं.
इसके लिए हॉस्टल के कमरों में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाई गई हैं. इसके अलावा छात्रों के लिए एक हेल्प्लाइन नंबर भी जारी किया गया है, जिससे छात्र अपने किसी भी परेशानी के लिए प्रशासन से बात कर सकते हैं. इसके बावजूद यहां खुदकुशी के मामले रुकने के नाम ही नहीं ले रहे हैं. यही वजह है कि अब लोग अपने बच्चे यहां से भेजने से बच रहे हैं.
नोट:- (यदि आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी. विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
भवानी सिंह