बहू पर जुल्म, बेटियों को आजादी? निक्की की भाभी मीनाक्षी के सनसनीखेज आरोपों पर ससुर ने दी ये सफाई

Nikki Bhati Death Mystery: ग्रेटर नोएडा की निक्की भाटी डेथ मिस्ट्री अब महज एक केस नहीं, परिवार के भीतर छुपी दो सच्चाइयों की जंग का रूप ले चुकी है. निक्की की भाभी मीनाक्षी दहेज प्रताड़ना, मारपीट और भेदभाव का दर्द बयान करती है, तो ससुर भिखारी सिंह पायला इसे सिरे से नकारते हुए सबूतों का दावा करते हैं.

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मीनाक्षी के आरोपों को ससुर भिखारी सिंह ने सिरे से खारिज कर दिया. (Photo: ITG) मीनाक्षी के आरोपों को ससुर भिखारी सिंह ने सिरे से खारिज कर दिया. (Photo: ITG)

aajtak.in

  • ग्रेटर नोएडा,
  • 27 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:18 AM IST

ग्रेटर नोएडा में निक्की भाटी की रहस्यमयी मौत का मामला हर दिन नया मोड़ ले रहा है. इस केस की जांच अब नए सिरे से शुरू की जा रही है. इसी बीच निक्की की भाभी मीनाक्षी के बयानों ने सनसनी फैला दी है, जिसमें उसने कहा कि दहेज की आग ने उसकी शादी को भी खत्म कर दिया. हालांकि, उसके आरोपों को ससुर भिखारी सिंह पायला झूठा और मनगढ़ंत बताते हैं. 

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मीनाक्षी का कहना है कि साल 2016 में रोहित पायला से उसकी शादी हुई. पिता ने सियाज कार और 20 तोला सोना दिया. आरोप है कि एक्सीडेंट का बहाना बनाकर कार एक हफ्ते में बेच दी गई. इसके बाद ताने, मारपीट और अपमान की रफ्तार बढ़ती गई. सास और दोनों ननद उसका बाल पकड़कर घसीटती थीं. पति भी मारपीट करता था. एक बार तो उसने गोली तक चला दी. 

मीनाक्षी कहती है, ''फर्क सिर्फ इतना रहा कि निक्की नहीं रही और मैं अभी सांस ले रही हूं.'' उसके सारे आरोपों के बीच ससुर भिखारी सिंह पायला का जवाब सीधा और सख्त है. उन्होंने कहा, ''मेरे बेटे रोहित ने कभी मीनाक्षी पर हाथ नहीं उठाया. क्या कभी ऐसा होता है कि कोई परिवार खुद बेटी को उसके घर छोड़ने जाए और ससुरालवालों पर हमला करे. हमारे साथ ऐसा हुआ.'' 

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भिखारी सिंह ने आगे कहा, ''मेरे पास सारे सबूत हैं. हमारे दरवाजे हमेशा उसके लिए खुले हैं. मीनाक्षी कभी भी आकर यहां रह सकती है.'' इस सफाई में वे अपने परिवार के पक्ष में खड़े दिखते हैं और मीनाक्षी की बातों को साफ तौर पर खारिज करते हैं. मीनाक्षी कहती है कि उसकी शादी के नौ साल हो गए, लेकिन वो मुश्किल से नौ महीने ही ससुराल में रह पाई. दहेज पर पंचायतें बैठीं. 

यह भी पढ़ें: निक्की की रहस्यमयी मौत की गुत्थी उलझी, इन सबूतों ने बदल दी जांच की दिशा, पुलिस भी हैरान!

दबाव में वापस लेना पड़ा दहेज प्रताड़ना का केस

एक नहीं करीब 100 बार पंचायत हुई. हर बार नतीजा यही कि बहू घर छोड़ दे. साल 2018 में दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज हुआ, लेकिन साल 2020 में दबाव और समझौते की राजनीति के बीच केस वापस लेना पड़ा. उसी साल पिता चले गए. वो कहती है, ''जिस दिन पापा गए, उसी दिन मेरे लिए सबकुछ खत्म हो गया. मुझे बेघर कर दिया गया. मेरी सारी उम्मीदें खत्म हो गईं.''

मीनाक्षी का सवाल- बहू-बेटी में भेदभाव क्यों?

मीनाक्षी का आरोप सिर्फ हिंसा तक सीमित नहीं. वह दोहरी नीति की बात करती है. वो कहती है, ''मुझे फोन रखने तक की इजाजत नहीं थी. लेकिन बेटियों के लिए पार्लर, सोशल मीडिया पर रील्स, इंस्टाग्राम, सब मंजूर था. यदि बहू के लिए नियम थे तो बेटियों के लिए क्यों नहीं. एक जैसी सख्ती क्यों नहीं?'' उसके मुताबिक, यही भेदभाव इस परिवार की असलियत है.

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नए एंगल से केस की जांच कर रही है पुलिस

उधर, ग्रेटर नोएडा पुलिस की तफ्तीश नए एंगल से कर रही है. निक्की के कमरे से ज्वलनशील पदार्थ मिला है, जिसकी फोरेंसिक जांच जारी है. कई छोटे वीडियो क्लिप सामने आए हैं. कंचन ने जिस साजिश का आरोप लगाया, उसमें पति विपिन और उसके माता-पिता का नाम था. लेकिन एक वीडियो क्लिप में घटना के वक्त विपिन घर के बाहर दिखाई देता है. 

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