आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी AI का दायरा तेजी से बढ़ने के साथ ही नौकरीपेशा लोगों में इसे लेकर चिंता और उत्सुकता लगातार बढ़ रही है. कहीं नौकरी खोने का डर है तो कहीं पर इस नए सेक्टर में मिलने वाली जॉब्स के मौकों पर पैनी नजर है. आखिर AI में भविष्य तलाशने वालों को कितनी अलग-अलग तरह की जॉब्स मिलेंगी इसका खुलासा हायरिंग प्लेटफॉर्म इंडीड (Indeed Report) के हालिया सर्वे में किया गया है.
इस सर्वे के मुताबिक मशीन लर्निंग AI का ऐसा सेगमेंट होगा, जहां पर सबसे ज्यादा नौकरियां निकलेंगी. इंडीड के सर्वे के मुताबिक 42 फीसदी AI जॉब्स में मशीन लर्निंग की डिमांड होगी. वहीं 40 परसेंट जॉब्स में पायथन स्किल की डिमांड होगी ये स्किल AI और मशीन लर्निंग में काफी मददगार है. AI की 36 फीसदी नौकरियों में डिमांड होगी. वहीं कम्युनिकेशन स्किल्स की भी 23 परसेंट AI नौकरियों में मांग रहेगी और नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की भी AI से जुड़ी 20 परसेंट नौकरियों में जरूरत होगी.
17 अरब डॉलर का होगा AI मार्केट
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आने वाले बरसों में किस तरह से भारत के जॉब मार्केट में अपनी पकड़ बनाएगा इसकी बानगी नैस्कॉम और BCG के अनुमानों से लगाई जा सकती है, जिनके मुताबिक 2027 तक भारत का AI मार्केट 17 अरब डॉलर का हो जाएगा. ये 25 से 35 फीसदी की CAGR से बढ़ेगा. जानकारों का मानना है कि इस ग्रोथ के हिसाब से भारतीय employers को AI स्किल्स को पहचानकर हायरिंग करनी होगी.
भारतीय Employers के बीच किए गए सर्वे के मुताबिक 85 फीसदी अगले 1 से 5 साल में AI हायिरंग को लेकर तैयार हैं. ऐसे में भारत को टैलेंट की स्किल्स को AI के स्तर पर लाने के लिए काफी काम करने की जरुरत होगी.
कैसे मिलेंगी AI जॉब्स?
अगर बात करें AI से जुड़ी बाकी स्किल्स की जिनकी नौकरियों में आगे चलकर डिमांड होगी तो उनमें शामिल हैं टेंसरफ्लो जिसकी डिमांड AI की 19 परसेंट नौकरियों में होगी, डेटा साइंस की 17 परसेंट, AWS और डीप लर्निंग की 14 फीसदी, जावा की 10 परसेंट, Azure की 11 फीसदी, इमेज प्रोसेसिंग और SQL की 10-10 परसेंट, PyTorch की 9 फीसदी, और Agile की AI से जुड़ी 8 फीसदी नौकरियों में डिमांड होगी.
आदित्य के. राणा