'BFSI' में अगले महीने से नौकरियां ही नौकरियां, फ्रेशर्स से लेकर एक्सपीरियंस के लिए मौके!

New Jobs: एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और IIFL सिक्योरिटीज समेत BFSI सेक्टर की कई दिग्गज संस्थाएं नए टैलेंट पूल की तलाश कर रही हैं.

Advertisement
बेरोजगारों के लिए खुशखबरी (Photo: File) बेरोजगारों के लिए खुशखबरी (Photo: File)

आदित्य के. राणा

  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:58 AM IST

बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस यानी BFSI सेक्टर में नौकरियां खोजने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. इसकी वजह है कि BFSI सेक्टर ने 2023-24 के लिए तेज हायरिंग करने की योजना बनाई है. ये कंपनियां अगले 6 से 12 महीनों में नए टैलेंट को रखने के लिए तैयारी में जुट गई हैं. इनमें हाउसिंग फाइनेंस, निजी संपत्ति, टेक्नोलॉजी समेत कर्ज देने वाले संस्थान शामिल हैं.

Advertisement

BFSI में हर स्तर पर नौकरियों की भरमार!

बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस सेक्टर्स, BFSI सेक्टर के तौर पर लोकप्रिय हैं. इन कंपनियों को एक साथ जोड़ने की वजह है कि ये सभी कहीं ना कहीं सीधे तौर पर वित्त से जुड़ी हैं. ऐसे में इन कंपनियों में नौकरी खोजने वालों की भी कमी नहीं है. इस बार BFSI में नौकरी खोजने वालों के लिए राहत की बात है कि वरिष्ठ स्तर से लेकर फ्रेशर्स तक हर वर्ग के लोगों के लिए यहां पर नौकरियों के मौके मुहैया होने वाले हैं जिनमें ये कंपनियां अगले 6 से 12 महीनों के दौरान भर्तियां करेंगी.

BFSI में क्यों बढ़ी नौकरियां?

BFSI सेक्टर में नौकरियों के बढ़ने की बड़ी वजह है कि यहां पर कुछ क्षेत्रों में डिमांड में तेजी आ रही है. इसके साथ ही लोगों के बड़ी तादाद में नौकरियां छोड़ने की वजह से भी वैकेंसीज में इजाफा हो रहा है. ऐसे में एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और IIFL सिक्योरिटीज समेत BFSI सेक्टर की कई दिग्गज संस्थाएं नए टैलेंट पूल की तलाश कर रही हैं.

Advertisement

किस सेगमेंट के कर्मचारियों की सबसे ज्यादा डिमांड?

BFSI सेक्टर में टेक्नोलॉजी सेगमेंट में सबसे ज्यादा हायरिंग किए जाने की योजना है. इसकी वजह है कि BFSI सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के लिए डिजिटल युग में अपनी तकनीकी क्षमता को मजबूत करना बेहद जरुरी है. इसके साथ ही बेहतर टेक्नोलॉजी के दम पर इनकी इंजीनियरिंग टीम भी काफी दमदार हो सकती हैं जो कारोबार को सुगम और सहज बनाने में मददगार होंगी. इसके अलावा प्रॉडक्ट स्किल भी एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां पर कंपनियों को माहिर कर्मचारियों की ज़रुरत है.

कैंपस प्लेसमेंट में BFSI का दबदबा!

ग्लोबल आर्थिक सुस्ती के बीच इस साल कंपनियों ने कैंपस प्लेसमेंट में कम दिलचस्पी दिखाई है. खासकर आईटी और स्टार्टएप्स के साथ ही नए जमाने की कंपनियां जो अबतक बल्क में हायिरंग करती थीं वो इस बार कैंपस प्लेसमेंट से या तो नदारद हैं या फिर कम संख्या में हायरिंग कर रही हैं. इनकी सुस्ती के बीच बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनियों ने इस साल कैंपस प्लेसमेंट में इजाफा कर दिया है. कई कंपनियां तो इस साल 3-4 गुना तक ज्यादा भर्तियां कैंपस प्लेसमेंट के जरिए करने के लिए तैयार हैं.

शहरी क्षेत्रों में बढ़ा रोजगार!

CMIE के आंकड़ों के मुताबिक भारत में शहरों में बेरोजगारी दर फरवरी 2023 में जनवरी के 8.55 फीसदी से घटकर 7.93 फीसदी पर पहुंच गई है. हालांकि इस दौरान ग्रामीण बेरोजगारी दर के बढ़ने से कुल बेरोजगारी दर फरवरी में बढ़कर 7.45 फीसदी पर पहुंच गई. इससे पहले जनवरी 2023 में बेरोजगारी दर 7.14 फीसदी थी.

Advertisement

बेरोजगारों की संख्या में इजाफा!

फरवरी में देश में कुल बेरोजगार लोगों की संख्या 3.3 करोड़ पर पहुंच गई है. ये आंकड़ा जनवरी में 3.15 करोड़ था. इस बढ़ोतरी की बड़ी वजह ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी में इजाफा होना रहा है. सेंटर फॉर मॉनेटरिंग इंडियन इकोनॉमी का कहना है कि इससे पहले के 4 महीनों में इसमें गिरावट देखी जा रही थी.

15-24 साल आयु वर्ग की एक तिहाई आबादी खाली!

BFSI सेक्टर में भले ही तेजी का माहौल बना हुआ है लेकिन हाल ही में आए NSSO के एक सर्वे के मुताबिक भारत में 15-24 साल आयु वर्ग की 29.3 फीसदी यानी करीब एक तिहाई आबादी ना तो पढ़ाई कर रही है, ना इनके पास रोजगार है और ना ही ये किसी तरह की ट्रेनिंग का हिस्सा हैं. NSSO ने ये सर्वे देशभर में 78 राउंड में पूरा किया है. वैसे तो इसको 2020 में पूरा हो जाना था लेकिन कोविड-19 की अड़चन की वजह से इसको पूरा होने में समय लग गया. सर्वे के मुताबिक 15-29 साल आयु वर्ग के 34.9 फीसदी लोग सर्वे पूरा होने के एक साल पहले किसी तरह की औपचारिक या अनौपचारिक शिक्षा और ट्रेनिंग का हिस्सा थे.


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement