साउथ दिल्ली में घर लेना और महंगा! पॉश कॉलोनियों में 17% तक बढ़ीं प्रॉपर्टी की कीमतें

साउथ दिल्ली में लग्जरी घरों की कीमतों में इस साल ऐसा उछाल आया है कि कई पॉश कॉलोनियां फिर से चर्चा में हैं. ताजा रिपोर्ट बताती है कि श्रेणी-A और श्रेणी-B इलाकों में मकान की कीमतें एक साल में दो अंकों तक बढ़ी हैं.

Advertisement
पुनर्विकास से बदलेगा साउथ दिल्ली का नक्शा (Photo: Unsplash) पुनर्विकास से बदलेगा साउथ दिल्ली का नक्शा (Photo: Unsplash)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 14 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:29 PM IST

दक्षिण दिल्ली का रियल एस्टेट बाजार अब एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां की पॉश कॉलोनियों  में आलीशान घरों की मांग और तेजी से हो रहे पुनर्विकास के कारण संपत्तियों की औसत कीमतों में 12 से 17 प्रतिशत तक की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. यह उछाल इतना बड़ा है कि अनुमान लगाया जा रहा है कि दक्षिण दिल्ली की इन पॉश कॉलोनियों में पुनर्विकास की कुल संभावना 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है.जो लोग साउथ दिल्ली में संपत्ति खरीदने या निवेश करने की सोच रहे हैं, उनके लिए यह जानना जरूरी है कि कीमतों का यह नया खेल कहां तक जा पहुंचा है.

Advertisement

श्रेणी A कॉलोनियों में 17% का उछाल

गोल्डन ग्रोथ फंड (GGF) की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण दिल्ली की सबसे महंगी और पॉश कॉलोनियां, जिन्हें श्रेणी-ए में रखा गया है, वहां स्वतंत्र फ्लोर की औसत कीमत में साल-दर-साल 17% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस लीस्ट में आने वाली प्रमुख कॉलोनियों में चाणक्यपुरी, गोल्फ लिंक्स, जोर बाग, शांति निकेतन और वसंत विहार जैसे इलाके शामिल हैं.

दक्षिण दिल्ली की श्रेणी-ए कॉलोनियों में लग्जरी घरों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. 2500 वर्ग फुट के एक फ्लोर की औसत कीमत जुलाई-सितंबर 2024 में ₹ 10-19 करोड़ थी, जो 2025 में बढ़कर ₹ 11-23 करोड़ हो गई है. इसी तरह, 6000 वर्ग फुट के बड़े फ्लोर की कीमत भी एक साल में ₹ 19-45 करोड़ से बढ़कर ₹ 22-53 करोड़ हो गई है. कीमतों में यह बड़ा उछाल साफ दिखाता है कि इन पॉश इलाकों में आलीशान घरों की मांग बहुत तेजी से बढ़ी है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: यूपी में प्रॉपर्टी खरीदने का बना रहे हैं प्लान, तो जान लें ये नए नियम

श्रेणी B कॉलोनियों में भी 15% की बढ़ोतरी

महंगी कॉलोनियों के बाद, दक्षिण दिल्ली की श्रेणी-बी की कॉलोनियों में भी संपत्ति की कीमतों में 12% से 15% के बीच अच्छी-खासी वृद्धि हुई है. इस लीस्ट में गुलमोहर पार्क, डिफेंस कॉलोनी, ग्रेटर कैलाश और चिराग एन्क्लेव जैसे इलाके शामिल हैं.

देखा जाए तो दक्षिण दिल्ली की श्रेणी-बी कॉलोनियों में भी संपत्ति की कीमतों में उछाल आया है. 2500 वर्ग फुट के एक फ्लोर की औसत कीमत जुलाई-सितंबर 2024 में ₹ 7-10 करोड़ थी, जो 2025 में बढ़कर ₹ 8-11 करोड़ हो गई है. इसके अलावा, 3200 वर्ग फुट के फ्लोर के लिए भी कीमत ₹ 11-16 करोड़ से बढ़कर ₹ 13-18 करोड़ हो गई है. यह लगातार बढ़ोतरी इस बात को साबित करती है कि पूरे दक्षिण दिल्ली के हाई-एंड रियल एस्टेट की बाजार में मांग बहुत मजबूत बनी हुई है.

यह भी पढ़ें: नए शहर में किराए पर सस्ता और अच्छा घर चाहिए, पहले जान लें ये 5 स्मार्ट टिप्स

पुनर्विकास और मांग में बढ़ोतरी है मुख्य वजह

दक्षिण दिल्ली में रियल एस्टेट की इस तेजी की मुख्य वजह पुनर्विकास और मांग में कमी न होना है. रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोग अपनी संपत्ति का मूल्य बढ़ाने के लिए उसे फिर से बनवा रहे हैं. इसके अलावा, इस पॉश बाजार में नए घरों की आपूर्ति कम है, जबकि खरीदने वालों की मांग ज्यादा है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं.  इतना ही नहीं पुनर्विकास के बाद घरों का डिजाइन आधुनिक और उपयोगी हो जाता है, जिसके कारण इन संपत्तियों का किराया भी 20% से 30% तक बढ़ जाता है.
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement