शेयर बाजार में तीन कंपनियां वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया और टाटा कैपिटल एंट्री लेने के लिए तैयार हैं. ये तीनों IPO बोली लगाने के लिए उपलब्ध हैं. हालांकि इन तीनों इश्यू की शुरुआत और आखिरी डेट अलग-अलग हैं. तीनों इश्यू अपने IPO के माध्यम से कुल मिलाकर 30000 करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने की योजना बना रहे हैं. आइए आंकड़ों से समझते हैं किसमें पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद होगा.
वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट, जिसका IPO मंगलवार, 7 अक्टूबर को बोली के लिए बंद हो जाएगा. बोली के आखिरी दिन दोपहर 1:30 बजे तक केवल 44 प्रतिशत ही सब्सक्राइब हुआ है. रिटेल हिस्सा केवल 51 प्रतिशत बुक हुआ, जबकि HNI हिस्सा केवल 10 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ. उसी समय तक रिटेल सब्सक्राइबर्स के लिए कोटा 59 प्रतिशत बुक हो चुका था.
वीवर्क इंडिया 23 इक्विटी शेयरों के लॉट साइज के साथ 615-648 रुपये प्रति शेयर के भाव पर अपने शेयर जारी कर रही है, जिससे कुल 3,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे. यह इश्यू पूरी तरह से 4,62,96,296 शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है. यह ऑफर शुक्रवार, 3 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए शुरू हुआ था. खबर लिखे जाने तक इस इश्यू पर कोई ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) नहीं था.
क्या वीवर्क में लगाए पैसा?
WeWork India के IPO का वैल्यूवेशन वित्त वर्ष 2025 के बाद के आधार पर 6.5 गुना के ईवी/एबिटा गुणक पर किया गया है. भारत और इंटरनेशनल लेवल पर इसकी मजबूत ब्रांड पहचान और लीडरशिप है और तेजी से बढ़ते बाजार में इसका नेतृत्व है. कंपनी का अधिकांश स्वामित्व प्रमोटर्स के पास है. हेम सिक्योरिटीज ने लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब रेटिंग देते हुए कहा कि एम्बेसी ग्रुप भारत में लीडर रियल एस्टेट डेवलपर है और इसकी उपस्थिति ग्रेड ए संपत्तियों में है.
टाटा कैपिटल का आईपीओ
यह आईपीओ सोमवार 6 अक्टूबर को बोली के लिए खुला और बुधवार 8 अक्टूबर को बंद हो जाएगा. इसे अभी तक 57 फीसदी तक सब्सक्राइब किया जा चुका है. रिटेल सब्सक्राइबर्स के लिए 58 प्रतिशत, जबकि अमीर निवेशकों के लिए केवल 56 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ है. टाटा कैपिटल अपने शेयर 310-326 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पेश कर रही है, जिसका लॉट साइज़ 46 इक्विटी शेयरों का है.
कंपनी कुल 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें 21 करोड़ इक्विटी शेयरों की नई बिक्री और 26,58,24,280 शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) शामिल है. टाटा कैपिटल के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 8-10 रुपये रहा, जो निवेशकों के लिए लिस्टिंग में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी का संकेत देता है.
टाटा कैपिटल में निवेश करें या नहीं?
टाटा कैपिटल भारत की तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी है. यह अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और खंडित क्षेत्र में काम कर रही है. यह Tata Group की प्रमुख वित्तीय सेवा शाखा है, जो लॉन्गटर्म में गति देने के लिए मजबूत ब्रांड इक्विटी, विविध ऋण पोर्टफोलियो और व्यापक वितरण का लाभ उठाती है. स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट ने कहा कि 'टाटा' की विरासत को देखते हुए, निवेशक लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश कर सकते हैं.
LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का IPO 7 अक्टूबर को बोली के लिए खुला और अभी तक कुल 57 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ है. रिटेल कैटेगरी में केवल 55 प्रतिशत, जबकि अमीर निवेशकों के लिए 1.28 गुना सब्सक्राइब हो चुका है. एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया अपने शेयर 1,080-1,140 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 13 इक्विटी शेयरों के लॉट साइज के साथ पेश कर रही है, जिससे कुल 11,607 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे. यह इश्यू पूरी तरह से 10,18,15,859 शेयरों तक का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है.
यह ऑफर गुरुवार 9 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो जाएगा. LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का जीएमपी पहले दिन 330 रुपये तक पहुंच गया, जिससे सब्सक्राइबर्स के लिए 29 से 30 फीसदी के लिस्टिंग का संकेत है.
एलजी में पैसा लगाना चाहिए?
निर्मल बंग सिक्योरिटीज ने कहा कि अनुकूल व्यापक आर्थिक रुझानों, बढ़ती उपभोक्ता मांग और निरंतर उत्पाद नवाचार के साथ, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया दीर्घकालिक विकास के लिए अच्छी स्थिति में है. वित्त वर्ष 2025 के ईपीएस के 35.1 गुना मूल्यांकन पर, जबकि उद्योग का औसत 55.7 गुना है, यह इश्यू आकर्षक मूल्य पर दिखाई देता है. इसलिए, हम इस आईपीओ को 'सब्सक्राइब' रेटिंग देने की सलाह देते हैं.
(नोट- किसी भी आईपीओ में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)
आजतक बिजनेस डेस्क