पिछले सप्ताह घरेलू महंगाई दर की चिंता और अमेरिका में स्मॉल और मिड साइज के बैंकों की रेटिंग में गिरावट के कारण निवेशकों का सेंटिमेंट प्रभावित हुआ. इस वजह से पिछले दो कारोबारी सेशन में मार्केट लाल निशान में नजर आया. सोमवार से शुरू होने वाले नए सप्ताह के दौरान कई आंकड़े आने वाले हैं, जिनपर निवेशकों की पैनी नजर रहेगी. अगले सप्ताह, व्यापारियों की नजर अमेरिका की खुदरा (CPI) और थोक (WPI) महंगाई दर, ट्रेड बैलेंस और औद्योगिक उत्पादन जैसे मैक्रो डेटा पर होगी. इसके अलावा, बाजार की नजर डिविज लैबोरेट्रीज, वोडाफोन आइडिया, आईटीसी, जेनसोल इंजीनियरिंग, जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर आदि कंपनियों की पहली तिमाही की आय पर भी रहेगी.
इकोनॉमी के मोर्चे पर नजर
इकोनॉमी के मोर्चे पर निवेशकों की नजर WPI डेटा पर होगी, जो सोमवार (14 अगस्त) को जारी होने वाला है. जून में भारत की थोक कीमतों में साल-दर-साल 4.12 प्रतिशत की गिरावट आई थी. इसी दिन CPI डेटा भी जारी किया जाएगा. भारत की वार्षिक उपभोक्ता मुद्रास्फीति दर पांच महीनों में पहली बार जून 2023 में बढ़कर 4.81 प्रतिशत हो गई थी. ये मई में संशोधित 4.31 प्रतिशत थी और बाजार के पूर्वानुमान 4.58 प्रतिशत से अधिक थी.
मंगलवार, 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शेयर बाजार बंद रहेगा. इसी दिन भारत के आयात और निर्यात के आंकड़े जारी होंगे. जून 2023 में व्यापारिक व्यापार घाटा पिछले वर्ष के इसी महीने के 22.07 बिलियन डॉलर से कम होकर 20.13 बिलियन डॉलर हो गया था.
तिमाही के नतीजे
सोमवार से शुरू हो रहे नए सप्ताह के दौरान डिवीज लैबोरेटरीज, वोडाफोन आइडिया, आईटीसी, जेनसोल इंजीनियरिंग, जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस, यूफ्लेक्स, बीसीपीएल रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर, वॉकहार्ट इत्यादि कंपनियां अपनी कमाई के आंकड़े जारी करेंगी.
अमेरिकी बाजार डेटा
ग्लोबल मोर्चे पर निवेशकों की नजर अमेरिका के प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर होगी, जिसकी शुरुआत 14 अगस्त को उपभोक्ता मुद्रास्फीति, खुदरा बिक्री, आयात और निर्यात, 15 अगस्त को रेडबुक, औद्योगिक उत्पादन, मैन्युफैक्चरिंग उत्पादन, एफओएमसी मिनट्स से होगी. 16 अगस्त, 17 अगस्त को इनिशियल जॉबलेस क्लेम और 18 अगस्त को बेकर ह्यूजेस की कुल रिग गणना होगी.
मार्केट आउटलुक
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण निफ्टी 11 अगस्त को लगातार दूसरे सत्र में गिरा. यूरोपीय और एशियाई शेयरों में शुक्रवार को गिरावट आई क्योंकि चीन और अमेरिका के बीच जियो-पॉलिटिकल तनाव और नरम आर्थिक आंकड़ों के कारण ट्रेडर्स के लिए एक खराब हफ्ता रहा. इससे चीन के वैल्यूएशन पर असर पड़ा है. एक अमेरिकी सेंट्रल बैंकर की तीखी भाषा ने भी ट्रेडर्स को जोखिम लेने के मूड में डाल दिया.
बैंक निफ्टी
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्वनिकल और डेरिवेटिव एनालिस्ट कुणाल शाह ने कहा कि बैंक निफ्टी इंडेक्स पर मौजूदा समय में बीयर्स का दबदबा है. ये क्लोजिंग बेसिस 4,400 के महत्वपूर्ण सपोर्ट स्तर के टूटने से पता चलता है. मौजूदा सेंटिमेंट रैलियों पर बिक्री की ओर झुकती दिख रही है. तत्काल रजिस्टेंस
स्तर 44,500 के आसपास देखा गया है. कुणाल शाह ने आगे कहा कि इंडेक्स का अगला महत्वपूर्ण सपोर्ट 43,700 पर है, जो बुल्स के लिए खरीदारी जोन के रूप में काम कर सकता है. ये संभावित रूप से उछाल को ट्रिगर कर सकता है.
aajtak.in