क्या कल तूफान मचाएगा अडानी का ये शेयर? ठीक एक महीने के बाद NSE का आया ये फैसला

अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में बड़े पैमाने पर बिकवाली के मद्देनजर इसे ASM में डाला गया था. जब NSE ने अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मीजर्स फ्रेमवर्क में डाला था, तो इसका असर भी शेयरों पर पड़ा था और इनमें बड़ी गिरावट देखने को मिली थी.

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एनएसई के निगरानी फ्रेमवर्क से बाहर निकलेगी अडानी एंटरप्राइजेज एनएसई के निगरानी फ्रेमवर्क से बाहर निकलेगी अडानी एंटरप्राइजेज

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:44 PM IST

क्या कल शेयर मार्केट (Share Market) खुलने पर अडानी के शेयर रॉकेट की रफ्तार से भागेंगे? ये हम नहीं कह रहे, बल्कि जो खबर शेयर मार्केट से आई है, उससे ऐसी संभावना बनती दिख रही है. दरअसल, हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिसर्च रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद जब अडानी के साम्राज्य में उथल-पुथल मची तो इस बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने अडानी ग्रुप के तीन शेयरों को निगरानी में रख लिया था. अब NSE ने राहत देते हुए Adani Enterprises को लिस्ट से हटाने का फैसला किया है.  

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अडानी के 3 शेयर ASM में डाले गए थे
अडानी ग्रुप पर लगाए गए हिंडनबर्ग के आरोपों और उससे शेयरों में आई सुनामी के चलते Adani Group के गिरते मार्केट कैप के बीच एनएसई ने अडानी एंटरप्राइसेज (Adani Enterprises), अडानी पोर्ट (Adani Port) और अबुंजा सीमेंट (Ambuja Cement) को एएसएम में डाल दिया गया था. एडिशनल सर्विलांस एक तरह की निगरानी होती है, जिसमें मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज बीएसई, एनएसई इसपर निगाह रखते हैं.

इसका मकसद निवेशकों के हितों की रक्षा करना होता है, जब किसी शेयर में मेन्युप्लेसन या फिर ज्यादा ट्रेडिंग होने से कीमतों में भारी एक्शन दिखता है, तो उन शेयरों को एएसएम में डाल दिया जाता है. अडानी के तीनों शेयरों की निगरानी फरवरी की शुरुआत में बढ़ाई गई थी. ये निगरानी 6 फरवरी से चल रही थी. अडानी पोर्ट और अंबुजा सीमेंट पहले ही इस दायरे से बाहर हो चुके हैं. अडानी एंटरप्राइजेज को लेकर 6 मार्च को फैसला सुनाया गया.  

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बुधवार से निगरानी से होगा बाहर
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में बड़े पैमाने पर बिकवाली के मद्देनजर इसे ASM में डाला गया था. जब NSE ने अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मीजर्स फ्रेमवर्क में डाला था, तो इसका असर भी शेयरों पर पड़ा था और इनमें बड़ी गिरावट देखने को मिली थी.

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसई के सर्कुलर में कहा गया है कि करीब एक महीने के बाद यह स्टॉक बुधवार से फ्रेमवर्क से बाहर हो जाएगा. तो इसका सकारात्म असर स्टॉक्स पर पड़ सकता है. बता दें कि बीते कुछ दिनों में अडानी के अन्य स्टॉक्स की तरह ही इस शेयर में भी जोरदार उछाल आया है और बीते पांच दिनों में इसकी कीमत 77 फीसदी तक बढ़ गई है. बीते कारोबारी दिन सोमवार को भी Adani Enterprises के शेयर 5.45 फीसदी की उछाल के साथ 1,982.00 रुपये के लेवल पर बंद हुए थे.

अमीरों की लिस्ट में 24वें पायदान पर अडानी
अब अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में जारी ये तेजी और भी बढ़ सकती है, क्योंकि ASM से बाहर आने पर स्टॉक के कारोबार पर इसकी वजह से लगाई गई सीमाएं हट जाएंगी. इसका असर भी इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर पड़ेगा. यहां बता दें कि 24 जनवरी 2023 को नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर जो रिपोर्ट पब्लिश की थी, उसके अगले ही दिन से अडानी के स्टॉक्स भरभराकर टूटने लगे थे और महीने भर में भी अडानी ग्रुप की मार्केट वैल्यू 100 अरब डॉलर के नीचे आ गई थी.

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यही नहीं गौतम अडानी की नेटवर्थ (Gautam Adani Net Worth) में इस कदर गिरावट आई थी, कि वे दुनिया के अमीरों की लिस्ट में चौथे पायदान से खिसककर 34वें नंबर तक फिसल गए थे. फिलहाल, Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक, अडानी 52.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ अरबपतियों की लिस्ट में 24वें पायदान पर पहुंच चुके हैं. 

(नोट- शेयर बाजार में निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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