वैश्विक स्तर पर मंदी (Recession) के बढ़ते जोखिम के बीच बीते कुछ समय से बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी (Layoff) का दौर चालू है. आलम ये है कि कोई नई हायरिंग (New Hiring) पर फुल स्टॉप लगा रहा है, तो कोई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रहा है. अब इस लिस्ट में एक और बड़ी कंपनी शामिल होने वाली है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (META) को लेकर खबर आ रही है कि इसके हजारों कर्मचारियों को निकाला जा सकता है.
15 फीसदी वर्क फोर्स कम होगी
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) के नेतृत्व वाली फेसबुक के करीब 12 हजार कर्मचारियों पर छंटनी (Facebook Layoff) की तलवार लटक रही है. ये आंकड़ा कंपनी की कुल वर्क फोर्स का करीब 15 फीसदी है. मेटा सीईओ जुकरबर्ग ने कुछ महीने पहले ही हायरिंग रोकने की बात कही थी और अब हजारों कर्मचारियों की छंटनी का प्लान तैयार किया गया है. रिपोर्ट की मानें तो सीईओ ने कहा था कि इकोनॉमिक स्लोडाउन (Economic Slowdown) से डिजिटल एडवर्टाइजिंग बिजनेस पर विपरीत प्रभाव पड़ा है, जिससे सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं.
कुछ हफ्तों में दिख सकती है छंटनी
रिपोर्ट में अनुमान जाहिर किया गया है कि फेसबुक में ये बड़ी छंटनी आने वाले कुछ हफ्तों में देखने को मिल सकती है. इसमें कहा गया कि फेसबुक की मूल कंपनी मेटा (Meta Inc) वर्तमान में आर्थिक मंदी के हालातों के बीच लागत में कटौती (Cost Cutting) करने के मद्देनजर कर्मचारियों को कम करने की तैयारी कर रही है. ये साल कंपनी के लिए अच्छा साबित नहीं हो रहा है. इसका अंदाजा कंपनी के शेयरों में आ रही जोरदार गिरावट को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है.
60% तक टूट चुका मेटा का शेयर
META का शेयर इस साल लगातार कमजोर होता चला गया. रिपोर्ट के अनुसार इसमें पिछले साल के मुकाबले अपने हाई 380 डॉलर प्रति शेयर से करीब 60 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. बीते कारोबारी दिन भी मेटा स्टॉक्स लाल निशान पर बंद हुआ था. इसमें 2.57 फीसदी या 3.81 डॉलर की कमी आई और यह 135.50 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ.
जुकरबर्ग की नेटवर्थ पर असर
कंपनी के शेयरों के लगातार कमजोर होने का असर मेटा सीईओ मार्क जुकरबर्ग की नेटवर्थ पर साफ दिखाई दे रहा है. अरबपतियों की लिस्ट में वे लगातार पिछड़ते जा रहै हैं. Forbes की बिलेनियर्स लिस्ट के मुताबिक, फिलहाल मार्क जुकरबर्ग दुनिया के अमीरों में 23वें नंबर पर पहुंच गए हैं. उनकी कुल नेटवर्थ भी कम होकर 50 अरब डॉलर के नीचे पहुंच गई है. खबर लिखे जाने तक जुकरबर्ग की संपत्ति 49.2 अरब डॉलर थी.
छंटनी का दौर लगातार जारी
जब से दुनिया में मंदी के बढ़ते खतरे की चर्चाएं शुरू हुई हैं. तभी से बड़ी-बड़ी कंपनियों में छंटनी (Layoff) की खबरें भी सुर्खियां बन रही हैं. बीते कुछ समय से कई बड़ी कंपनियों में हजारों लोगों की छंटनी के मामले सामने आए हैं. कुछ का जिक्र करें तो चीन की अलीबाबा (Alibaba) ने 10,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया. रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट (Wallmart) ने 200 लोगों को नौकरी ने निकाल दिया था. भारत भी इससे अछूता नहीं है. यहां टेक सेक्टर में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजिस (HCL Technologies) ने वैश्विक स्तर पर 350 कर्मचारियों की छंटनी की है.
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