Deal: भारत समेत इन देशों में अब Reebok के मालिक आदित्य बिड़ला!

Reebok Aditya Birla Group: आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड (Aditya Birla Faishon & Retail Ltd) और रीबॉक ब्रांड का मालिकाना हक रखने वाली अमेरिकी कंपनी ऑथेंटिक ब्रांड्स ग्रुप (Authentic Brands Group) ने मंगलवार को एक ज्वायंट प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी.

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आदित्य बिड़ला ग्रुप ने की डील आदित्य बिड़ला ग्रुप ने की डील

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 9:22 PM IST
  • रीबॉक के प्रॉडक्ट बनाएगी आदित्य बिड़ला की कंपनी
  • भारत समेत कई देशों में बेचने के भी अधिकार मिले

टॉप स्पोर्ट्सवियर ब्रांड रीबॉक (Reebok) के जूते और अन्य प्रॉडक्ट पर जल्दी ही इंडियन मुहर लगने वाली है. आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) ने रीबॉक स्पोर्ट्स ब्रांड के प्रॉडक्ट की मैन्यूफैक्चरिंग (Manufacturing) और डिस्ट्रिब्यूशन (Distribution) के अधिकार हासिल कर लिए हैं. अब भारत और आसियान देशों (ASEAN) में आदित्य बिड़ला ग्रुप ही रीबॉक के प्रॉडक्ट बेचेगी.

रीबॉक के साथ हुआ यह एग्रीमेंट

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आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड (Aditya Birla Faishon & Retail Ltd) और रीबॉक ब्रांड का मालिकाना हक रखने वाली अमेरिकी कंपनी ऑथेंटिक ब्रांड्स ग्रुप (Authentic Brands Group) ने मंगलवार को एक ज्वायंट प्रेस रिलीज में इसकी जानकारी दी. रिलीज में बताया गया कि दोनों कंपनियों ने लॉन्ग-टर्म लाइसेंसिंग एग्रीमेंट (Long-Term Licensing Agreement) पर साइन किया है.

आदित्य बिड़ला के हिस्से आए ये अधिकार

इस एग्रीमेंट से आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड के पास रीबॉक ब्रांड के प्रॉडक्ट को मैन्यूफैक्चर करने का अधिकार मिल गया है. इसके अलावा भारत और आसियान देशों में रीबॉक के प्रॉडक्ट को ऑनलाइन या ऑफलाइन बेचने का अधिकार भी आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड के पास आ गया है. इन देशों में रीबॉक के ब्रांडेड आउटलेट (Reebok Outlet) को भी अब आदित्य बिड़ला ग्रुप की यही कंपनी चलाएगी.

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इस मॉडल पर काम करती है ऑथेंटिक ब्रांड्स

ऑथेंटिक ब्रांड्स ने रीबॉक को पिछले साल एडिडास से 2.5 बिलियन डॉलर में खरीदा था. ऑथेंटिक ब्रांड्स के बिजनेस मॉडल में यह रणनीति रही है कि वह किसी भी ब्रांड को खरीदने के बाद देश या महादेश के आधार पर उसका मैन्यूफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन राइट किसी थर्ड पार्टी को बेच देती है.

 

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