पटना के बहुचर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड में पुलिसिया लापरवाही सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. पटना के गांधी मैदान थाना के थानाध्यक्ष राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई पटना रेंज के आईजी जितेंद्र राणा के आदेश पर की गई.
आईजी ने बताया कि यह कार्रवाई एसएसपी कार्तिकेयन शर्मा द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है. जांच में यह स्पष्ट हुआ कि थानेदार राजेश कुमार ने खेमका हत्याकांड के दौरान अपने कर्तव्यों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरती, जिससे न केवल मामले की तहकीकात प्रभावित हुई बल्कि अपराधियों को भी लाभ मिला.
आईजी जितेंद्र राणा ने कहा, 'यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि कोई भी पुलिस अधिकारी या कर्मी यदि अपनी जिम्मेदारी में कोताही बरतेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.' उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और जनता का विश्वास बहाल रखने के लिए अनुशासन और जवाबदेही जरूरी है.
बता दें कि गोपाल खेमका की हत्या ने पूरे पटना को हिला कर रख दिया था. कारोबारी समुदाय में रोष है और लगातार न्याय की मांग उठ रही थी. ऐसे में इस कार्रवाई को पुलिस की छवि सुधारने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है.
गोपाल खेमका की हत्या कब और कैसे हुई
गोपाल खेमका की हत्या 4 जुलाई 2025 की रात को की गई थी. यह वारदात पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित उनके घर के बाहर हुई थी. वे बैंकिपुर क्लब से देर रात लौटे थे. जब गोपाल खेमका रात लगभग 11 बजे अपनी गाड़ी से घर लौटे और जैसे ही वे अपने अपार्टमेंट के गेट के पास पहुंचे, तभी एक बाइक सवार युवक, जिसने हेलमेट पहन रखा था, उसने नजदीक से उन पर गोली चला दी. गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े और खून से लथपथ हो गए. उन्हें तुरंत कंकरबाग के मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
सुजीत कुमार