आज PK मौन व्रत पर हैं... चंपारण के गांधी आश्रम में आत्मचिंतन करने बैठे

बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर ने आत्ममंथन के रूप में पश्चिम चंपारण के भितिहरवा स्थित गांधी आश्रम में एक दिन का मौन उपवास रखा, जहां से उन्होंने तीन साल पहले अपनी 3,500 किमी लंबी पदयात्रा शुरू की थी. महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुरुआत करते हुए पीके ने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनता तक अपना संदेश पूरी तरह न पहुंचा पाने का ‘आत्मिक प्रायश्चित’ है.

Advertisement
जनसुराज पार्टी 238 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी. (Photo: ITG) जनसुराज पार्टी 238 सीटों पर चुनाव लड़ी थी लेकिन एक भी सीट नहीं जीत सकी. (Photo: ITG)

अभिषेक पाण्डेय

  • पटना,
  • 20 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST

हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में जनसुराज पार्टी की करारी हार के बाद राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर ने सोमवार को एक दिन का मौन उपवास रखा. जनसुराज पार्टी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, प्रशांत किशोर पश्चिम चंपारण जिले में स्थित भितिहरवा आश्रम पहुंचे, जिसे महात्मा गांधी ने करीब एक सदी पहले स्थापित किया था. 

Advertisement

जहां से शुरू की थी पदयात्रा

उन्होंने इसी आश्रम से अपने 'मौन व्रत' की शुरुआत की. महात्मा गांधी के प्रति गहरी श्रद्धा रखने वाले प्रशांत किशोर ने तीन साल पहले इसी स्थान से 3,500 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की थी, जिसके बाद पिछले साल गांधी जयंती के दिन जनसुराज पार्टी की स्थापना हुई.

प्रशांत किशोर गुरुवार को राज्य इकाई के अध्यक्ष मनोज भारती सहित पार्टी सहयोगियों के साथ आश्रम पहुंचे और मौन व्रत शुरू करने से पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. सुबह आश्रम पहुंचते ही प्रशांत किशोर ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.

'राजनीतिक कार्यक्रम' नहीं 'आत्मिक प्रायश्चित'

इसके बाद वह अपनी टीम के प्रमुख सदस्यों के साथ शांत भाव से आत्मचिंतन में बैठे. इस दौरान हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक आश्रम परिसर में मौजूद रहे. पीके ने मौन उपवास को 'राजनीतिक कार्यक्रम’ नहीं बल्कि ‘आत्मिक प्रायश्चित’ बताया है.
 
जनसुराज की तीन वर्ष की यात्रा के बाद यह कदम उन्होंने इस सवाल के उत्तर में उठाया है कि जनता तक संदेश पूरी तरह क्यों नहीं पहुंच पाया. प्रशांत किशोर की पार्टी 238 सीटों पर मैदान में थी और एक भी सीट नहीं जीत पाई.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement