जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में “बाबरी मस्जिद” की नींव रखने वाले टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर का बचाव किया. हुमायूं कबीर को तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किया जा चुका है. नालंदा संसदीय क्षेत्र में पत्रकारों से बात करते हुए जदयू नेता ने कहा, “संविधान सभी नागरिकों को अपने धर्म का पालन और प्रचार करने का अधिकार देता है. अगर मस्जिद बनाना मुस्लिम भावनाओं के अनुरूप है, तो किसी को भी इससे समस्या नहीं होनी चाहिए. मुसलमानों को बाबरी मस्जिद बनाने का अधिकार है'
क्या बोले JDU नेता?
केंद्र और बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी के नेता कौशलेंद्र कुमार ने बीजेपी के उस रुख से खुद को अलग बताया जिसमें कहा गया है कि बाबर की याद में मस्जिद बनाना एक “आक्रमणकारी” का सम्मान करना है. उन्होंने कहा, “मैंने बाबर को नहीं देखा और न ही मुझे ज्यादा जानकारी है कि वह क्या था. लेकिन आजादी के बाद से हम संविधान का पालन कर रहे हैं, जो धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है.”
जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी प्रस्तावित मस्जिद निर्माण का विरोध कर रही है, जहां कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव हैं, तो जदयू सांसद ने चौंकाने वाला जवाब दिया. उन्होंने कहा, “हालात वैसे नहीं हैं जैसा आप दिखा रहे हैं. वास्तव में ममता बनर्जी ने ही एक मुस्लिम नेता पर धार्मिक भावनाएं व्यक्त करने के लिए कार्रवाई की है.”
क्या था कोर्ट का रुख?
हुमायूं कबीर मुर्शिदाबाद जिले के मुस्लिम बहुल क्षेत्र भरतपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने 6 दिसंबर को अयोध्या की बाबरी मस्जिद जैसी मस्जिद की नींव रखी. उससे एक दिन पहले, कलकत्ता हाई कोर्ट ने कबीर द्वारा प्रस्तावित मस्जिद निर्माण में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था.
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