मोकामा के चर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में जेडीयू के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को बड़ी कानूनी चुनौती मिली है. पटना सिविल कोर्ट ने उनकी ओर से दायर जमानत याचिका को खारिज कर दिया है. अनंत सिंह ने न्यायिक हिरासत में रहते हुए यह याचिका दाखिल की थी, ताकि उन्हें मामले में राहत मिल सके.
यह मामला मोकामा विधानसभा चुनाव के समय का है, जब 30 अक्टूबर को प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोप लगने के बाद वोटिंग से पहले ही पुलिस ने अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. तब से वे न्यायिक हिरासत में हैं और इसी मामले में जमानत पाने की कोशिश कर रहे थे.
बाहुबली विधायक अनंत सिंह जमानत याचिका खारिज
दुलारचंद यादव जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष के समर्थक थे और उनका अनंत सिंह से करीब दो दशक पुराना व्यक्तिगत विवाद बताया जाता है. दुलारचंद 1990 के दशक के कुख्यात अपराधियों में गिने जाते थे और उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज रहे हैं. घटना के बाद मोकामा इलाके में दो जातियों के बीच तनाव भी बढ़ गया था. कई जगहों पर फायरिंग और वाहनों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई थीं.
दुलारचंद यादव की हत्या के आरोप में जेल में हैं बंद
इसी बीच, चुनाव नतीजों में मोकामा सीट पर अनंत सिंह ने एक बार फिर जीत हासिल की थी. उन्होंने महागठबंधन की प्रत्याशी और सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को 28 हजार 206 वोटों से हराया था. अनंत सिंह को कुल 91 हजार 406 वोट मिले थे, जबकि वीणा देवी को 63 हजार 210 वोटों से संतोष करना पड़ा था. निचली अदालत से राहत न मिलने के बाद अब उम्मीद है कि अनंत सिंह जमानत के लिए पटना हाईकोर्ट का रुख कर सकते हैं.
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