Coconut Development Board: गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में नारियल का बंपर उत्पादन हो रहा है. हालांकि, व्यापार में इजाफा बिल्कुल न के बराबर रहा है. इसी वजह से किसान काफी वक्त से सौराष्ट्र में भी कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड की स्थापना करने की मांग कर रहे थे.
कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड का रीजनल ऑफिस की होगी स्थापना
2 सितंबर (कोकोनट डे) को कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड का रीजनल ऑफिस जुनागढ़ में शुरू किया जाएगा. बोर्ड की स्थापना के बाद नारियल उत्पादन बढ़ाने से लेकर बेचने तक की प्रकिया पर काम किया जाएगा. बता दें कि आज तक किसानों को केरल से ही नारियल के पौधे मंगवाने पड़ते थे. अब रीजनल ऑफिस बनने की वजह से किसानों को पौधे मिलने में आसानी होगी.
मिलेगा ये लाभ
तौकते तूफान में गिर सोमनाथ, मांगरोल में नारियली के पेड़ बर्बाद हो गए थे, वहीं केरल में नारियल के पेड़ों को कोई नुकसान नहीं हुआ. किसानों का कहना है कि रीजनल बोर्ड की स्थापना के बाद किसानों को ये जानकारी मिल पाएगी कि किस तरह से इसके पौधे की देखभाल की जाए जिससे तूफान में भी इसे नुकसान नहीं होगा. इसके अलावा नारियल के उत्पादन ,कटाई बिक्री तक को लेकर बढ़िया जानकारी मिल सकेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला प्रशासक अधिकारी रचित राज ने बताया कि 2 सितंबर को "कोकोनट डे" पर इस कोकोनट डेवप्लैपमेंट बोर्ड के रीजनल ऑफिस का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर करेंगे. इस साल सौराष्ट्र में नारियल का बंपर उत्पादन हुआ है, हर रोज 70 से 80 ट्रक कोकोनट निर्यात किए जाते हैं. ऐसे में आनेवाले समय में मूंगफली की तरह कोकोनट उत्पादन भी सौराष्ट्र की पहचान बन सकता है.
भार्गवी जोशी