पशु मालिक सावधान! गाय-भैंसों को लगाया ये इंजेक्शन तो जाना होगा जेल

दुधारू पशुओं पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगाना कानूनन अपराध है. इसका उपयोग करने पर पशुपालकों को जेल की हवा तक खानी पड़ सकती है. इसके अलावा इंसानों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. आइये जानते हैं कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन से कैसे दुधारू पशुओं को सेहत को कैसे नुकसान पहुंचता है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:56 PM IST

खेती-किसानी के बाद पशुपालन ही एक ऐसा व्यवसाय है जिसपर ग्रामीण अर्थव्यवस्था टिकी हुई है. इनमें भी गाय-भैंसों का पालन ज्यादा बड़े स्तर में होता है. हालांकि, कई बार देखा जाता है कि दुधारू पशुओं के दुग्ध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए बिना सोचे समझे उनकी सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले टीके का इस्तेमाल करते हैं.

ऑक्सीटोसिन भी इसी तरह का एक इंजेक्शन है. गाय और भैंसों पर इस इंजेक्शन उपयोग कानूनन अपराध है. इसका उपयोग करने पर पशुपालकों को जेल की हवा तक खानी पड़ सकती है. आइये जानते हैं कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन से कैसे दुधारू पशुओं को सेहत को कैसे नुकसान पहुंचेगा और इंसानों पर इसका क्या असर पड़ेगा.

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गाय भैंसों पर इस इंजेक्शन का होता है ये नुकसान

जब गाय-भैंस गर्भवती रहती हैं तो प्रसव के समय पशु चिकित्सक की देखरेख में बेहद जरूरी पड़ने पर उन्हें ये इंजेक्शन दिया जा सकता है. हालांकि कई बार डेयरी मालिक ज्यादा दुग्ध उत्पादन की लालच में अपने दुधारू पशुओं को ये इंजेक्शन देते हैं. इससे दूध ग्रंथियों में उत्तेजना बढ़ जाती है और अप्राकृतिक रूप से दूध बहने लगता है. साथ ही गायों या भैंसों को ये इंजेक्शन देने से उन्हें इसकी आदत भी हो जाती है. इसके बाद फिर गाय-भैंसे बिना इस इंजेक्शन के दूध नहीं दे पाती हैं.

इस आईपीसी की धारा के तहत मिलेगा दंड

गाय-भैंसों पर ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल करना कानूनन अपराध है. आईपीसी की धारा-429 और Prevention to Cruelty to Animal Act,1960 के सेक्शन-12 में इसे दंडनीय अपराध कहा गया है. इसके तहत दुधारू पशुओं पर ऑक्सीटोसिन करने पर हवालात जाना पड़ सकता है.

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पशु से लेकर इंसानों तक के लिए खतरनाक

पशु चिकित्सकों के मुताबिक रासायनिक ऑक्सीटोसिन से पशुओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है. उनमें बांझपन का खतरा बढ़ता है साथ ही उम्र घट जाती है. वहीं, कई ऐसे मामले देखे गए हैं कि लड़कियों के उम्र से पहले वयस्क दिखाने के लिए इस इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है. इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. साथ ही महिलाओं में गर्भपात का खतरा मंडराता है.

 

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