हर मौसम में खिलेंगे गुड़हल के फूल, स्टेम कटिंग तकनीक से लगाएं पौधा, जानिए प्रोसेस

Hibiscus Plant: गार्डनिंग के शौकीन लोग अपने घर के गार्डन, बालकनी और छत पर तरह-तरह के फूलों के पौधे लगाते हैं. अगर आप भी अपने गार्डन में गुड़हल का पौधा लगाना चाहते हैं तो स्टेम कटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए जानते हैं प्रोसेस.

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 गुड़हल की दो प्रमुख किस्में होती हैं, देसी गुड़हल और हाइब्रिड गुड़हल (फाइल फोटो- ITG) गुड़हल की दो प्रमुख किस्में होती हैं, देसी गुड़हल और हाइब्रिड गुड़हल (फाइल फोटो- ITG)

आजतक एग्रीकल्चर डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 10 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:43 PM IST

गुड़हल का फूल बेहद खूबसूरत फूलों में से एक है, जिसे लोग अपने घरों में उगाना पसंद करते हैं. गुड़हल के फूल लाल, सफेद, हल्के गुलाबी रंग में उगते हैं, जो गार्डन की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. गुड़हल के फूल ना सिर्फ देखने में सुंदर होते हैं बल्कि तितलियों को भी आकर्षित करते हैं.गुड़हल के फूल पूजा में भी काम आते हैं और औषधिय गुणों से भी भरपूर होते हैं. 

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गुड़हल का पौधा लगाने के लिए स्टेम कटिंग (तना काटकर) तकनीक सबसे आसान और असरदार तरीकों में से एक है. अगर आप भी अपने गार्डन में बीना बीज के गुड़हल का पौधा लगाना चाहते हैं तो आइए जानते हैं प्रोसेस.

अच्छी किस्म का चुनाव
गुड़हल का पौधा लगाने के लिए आपको सबसे पहले किस्म का चुनाव करना होगा. गुड़हल की दो प्रमुख किस्में होती हैं. देसी गुड़हल और हाइब्रिड गुड़हल. जिसमें देसी गुड़हल (Hibiscus rosa-sinensis) के फूल बड़े और गहरे लाल रंग के होते हैं. वहीं, हाइब्रिड गुड़हल में पीले, सफेद, गुलाबी, नारंगी जैसे कई रंगों के फूल होते हैं. 

गुड़हल के पौधे के लिए कैसी मिट्टी होनी चाहिए? 
गुड़हल के पौधे के लिए दोमट और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे बेहतर होती है. मिट्टी का पीएच थोड़ा एसिडिक (6.0–6.5) होना चाहिए. गमले या ग्रो बैग में मिट्टी भरें और उसे अच्छी तरह से नम करें. मिट्टी में बालू, कोकोपीट और कम्पोस्ट मिलाकर उपजाऊ बनाएं. आप चाहें तो खुद मिट्टी तैयार कर सकते हैं.इसके लिए एक हिस्सा मिट्टी लेकर उसमें एक हिस्सा गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाएं और एक हिस्सा नदी का रेत या कोकोपीट मिला लें.  

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स्टेम कटिंग लगाने का तरीका

  • गुड़हल के पेड़ से 8-10 इंच का स्टेम यानी तना लेकर उसे 45 डिग्री के कोण पर काट लें. जिससे पेंसिल के आकार की नुकीली कलम बन जाएगी. 
  • अब तने को मिट्टी में दबाने के लिए उसके निचले हिस्से की पत्तियों हटा दें. जबकि ऊपरी हिस्से में 2-3 पत्तियां छोड़ दें, जो फोटो सिंथेसिस में मदद करेंगी.
  • गुड़हल की ताजी कलम को मिट्टी में लगाने से एक घंटा पहले पानी में भिगो दें. अगर गुड़हल का तना काटे हुए 2-3 घंटे हो गए हैं तो इसे 8-10 घंटे पानी में डालकर रखें.
  • मिट्टी में एक छोटा सा गड्ढा बनाएं और कटिंग को लगभग 3 इंच तक मिट्टी में दबा दें.
  • अब थोड़ा सा पानी डाल दें. ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा गीली न हो, नहीं तो तना खराब हो जाएगा.
  • 3-4 सप्ताह के बाद कटिंग में नई पत्तियां निकलने लगेंगी और पौधे की जड़ें मजबूत होने लगेंगी.
  • फिर पौधे को बड़े गमले या गार्डन में ट्रांसप्लांट कर दें. गुड़हल के पौधे को रोजाना 4-6 घंटे की धूप और नियमित पानी की जरूरत होती है. 

अगर आप स्टेम कटिंग से गुड़हल का पौधा लगाते हैं और सही देखभल करते हैं तो करीब 6-7 महीने में ही फूल खिलने लगेंगे.

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