'मुझे घर का एड्रेस दे दे, मैं लेकर आऊंगा तेरे घर...' खाद न मिलने पर गुस्साए किसान से बोले SDM

विभाग ने 1000 किसानों को टोकन बांट दिए लेकिन आधे ही किसानों को खाद बट सका और बाकी किसानों को अगले दिन खाद देने की बात कही गई. किसानों को 06 से 10 बोरी खाद प्रति टोकन दी गई, लेकिन अगले दिन किसानों को 03 बोरी ही खाद दी जाने लगी, जिससे किसान नाराज हो गए.

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SDM hugged farmer SDM hugged farmer

राहुल कुमार जैन

  • अशोकनगर,
  • 18 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 2:34 PM IST

मध्य प्रदेश के अशोकनगर में बुधवार (16 अप्रैल) सुबह को 700 मैट्रिक टन डीएपी की रैक पहुंची. जैसे ही किसानों को डीएपी की रेक आने की सूचना मिली तो खाद गोदाम पर किसानों ने लंबी-लंबी लाइन लगा ली. गर्मी के कारण भले ही अगले 2 महीने तक जिले में किसी फसल की बुआई नहीं होनी है, लेकिन डीएपी खाद जैसे ही गोदाम पर पहुंची तो सीजन से ज्यादा भीड़ वहां लग गई.

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इसी दौरान विभाग ने 1000 किसानों को टोकन बांट दिए लेकिन आधे ही किसानों को खाद बट सका और बाकी किसानों को अगले दिन खाद देने की बात कही गई. किसानों को 06 से 10 बोरी खाद प्रति टोकन दी गई, लेकिन अगले दिन किसानों को 03 बोरी ही खाद दी जाने लगी, जिससे किसान नाराज हो गए. किसानों का आरोप था कि कल जिन किसानों को खाद दी गई उन्हें 6 बोरी प्रति टोकन दिया गया लेकिन हमें आज तीन ही बोरी दी जा रही हैं. इससे किसान नाराज हो गए और हंगामा करने लगे.

किसानों के हंगामे की खबर जैसे ही प्रशासन को लगी तो मौके पर पुलिस बल सहित राजस्व अमला पहुंच गया जिसमें एसडीएम बृजबिहारी श्रीवास्तव भी थे. किसानों का हंगामा को देखते हुए उन्होंने किसानों को समझने का प्रयास किया. वहीं जब एक किसान ज्यादा गुस्से में था तो एसडीएम ने उस किसान को गले लगाकर शांत रहने का निवेदन किया और किसान को ये कहकर शांत करने की भी कोशिश की कि तू मुझे अपने घर का एड्रेस दे दे, तेरे घर खाद मैं लेकर आऊंगा. उन्होंने आगे ये भी कहा कि तू मेरा फोन नंबर ले ले.

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जैसे ही एसडीएम ने किसान को गले लगाया तो वहां खड़े सभी किसानों के चेहरे से गुस्सा गायब हो गया और सबके चेहरे पर मुस्कान आ गई. इसके बाद किसानों का हंगामा शांत हुआ और एसडीएम के आश्वासन के बाद सभी किसान मान गए. किसानों का कहना है कि पिछली बार हम लोग काफी परेशान हुए थे इसलिए इस बार पहले ही डीएपी खाद लेकर रखना चाहते हैं.

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