संयुक्त अरब अमीरात ने रमजान के महीने में इफ्तार पार्टियों पर रोक लगा दी है. देश में कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों के तहत इफ्तार पार्टियों पर रोक लगाई गई है. रमजान के दिनों में यूएई में घरों और दफ्तरों में इफ्तार पार्टियां देने का चलन रहा है.
इसके अलावा नेशनल इमरजेंसी क्राइसिस एंड डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NCEMA) ने कोरोना के अन्य प्रतिबंधों के तहत रेस्तरां को इफ्तार का खाना रेस्तरां के अंदर या बाहर बांटने की इजाजत नहीं दी है.
#NCEMA: For the health & safety of society, we advise all to avoid evening gatherings during Ramadan, limit family visits, & avoid distributing & exchanging meals between homes & families. Only members of the same family living in the same house can share meals#TogetherWeRecover
— NCEMA UAE (@NCEMAUAE) March 16, 2021
बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात में 50 फीसदी से ज्यादा आबादी को कोरोनावायरस से बचाव की वैक्सीन दी जा चुकी है. NCEMA के मुताबिक देश की 52.46% आबादी का कामयाबी से टीकाकरण हो चुका है. NCEMA का लक्ष्य यूएई की शत प्रतिशत आबादी को वैक्सीन देने का है.
H.E Abdulrahman Al Owais, Minister of Health and Prevention: Today, we announce a new achievement for the UAE in reducing & combating the #Covid19 pandemic, as the national campaign reaches its goal of vaccinating 52.46% of the total target group in the UAE.#TogetherWeRecover pic.twitter.com/h7nMOwCWoJ
— NCEMA UAE (@NCEMAUAE) March 16, 2021
रमजान के दौरान बंदिशें
अथॉरिटी ने कहा है कि समाज के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सलाह दी जाती है कि लोग शाम को आपस में मिलने जुलने से बचें, साथ ही एक दूसरे घरों और परिवारों के बीच खाने का आदान-प्रदान न करें. एक ही घर में रहने वाले लोग खाना बांट कर खा सकते हैं.
पारिवारिक और संस्थागत इफ्तार टेंट्स पर भी रोक रहेगी. सार्वजनिक जगहों पर मिल कर खाना या घरों-मस्जिदों के बाहर इफ्तार के खाने को बांटना भी प्रतिबंधित रहेगा. जो लोग ऐसा करना चाहते हैं वो चैरिटी संस्थाओं से समन्वय कर सकते हैं. साथ ही डोनेशन और जकात डिजिटल माध्यम से किया जाए.
जानकारी के मुताबिक रेस्त्रां को अपने अंदर या बाहर इफ्तार का खाना बांटने की अनुमति नहीं होगी. ऐसे में मजदूरों के आवास कॉम्पलेक्सों में ही खाना बांटा जा सकता है. साथ ही ईशा और तरावीह की दुआ के लिए अधिकतम 30 मिनट की अनुमति होगी. इसके अलावा मस्जिदों में धार्मिक उपदेश और बैठकें सस्पेंड रहेंगी. इसके लिए वर्चुअल पार्टिसिपेशन की सलाह दी गई है. वहीं NCEMA ने यूएई के लोगों से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर सहयोग देने की अपील की है.