ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थक पिछले 15 दिनों में तीन हिंदू मंदिरों को अपना निशाना बना चुके हैं. ताजा मामला मेलबर्न के अलबर्ट पार्क में स्थित इस्कॉन मंदिर का है. रविवार को खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर में ना सिर्फ तोड़फोड़ की बल्कि मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद लिख दिया. वहीं दीवार पर भिंडरावाला को भी शहीद लिखा गया.
भारत में ऑस्ट्रेलिया उच्चायुक्त बेरी ओ फेरेल ने मंदिरों में तोड़फोड़ को लेकर बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया किसी भी तरह की हेट स्पीच या हिंसा बर्दाश्त नहीं करता है. ऑस्ट्रेलिया सरकार इस मामले की जांच कर रही है.
I am gravely concerned by the mindless vandalism of Hindu temples in Victoria. Australia does not tolerate hate speech or violence and Australian authorities are investigating, says Australian High commissioner @AusHCIndia @barryofarrell
— Sidhant Sibal (@sidhant) January 23, 2023
यह सब देखना काफी डरावना था
मेलबर्न की जिस मंदिर में तोड़फोड़ की गई है, उसके पुजारी अर्जुन सखा दास ने बयान देते हुए उस समय का हाल बताया है. मंदिर के पुजारी अर्जुन सखा दास ने कहा कि रात करीब सवा चार बजे एक दूसरे पुजारी ने उन्हें जानकारी दी. दूसरे पुजारी ने अर्जुन दास से कहा कि कुछ लोगों ने मंदिर में तोड़फोड़ की है और दीवारों पर भारत के खिलाफ स्लोगन लिख दिए गए हैं.
पुजारी अर्जुन दास ने बताया कि, दूसरे पुजारी के लिए यह बहुत डरावना था, क्योंकि वही सबसे पहले थे, जिन्होंने हमले के बाद का मंजर देखा था. अर्जुन दास ने आगे कहा कि वह पुजारी मंदिर से बाहर रहते हैं, इसलिए बाहर से आते समय ही उन्होंने सब देख लिया.
पुजारी अर्जुन दास ने आगे बताया कि खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर के सिर्फ बाहरी हिस्से को ही नुकसान पहुंचाया गया है. मंदिर का अंदर का हिस्सा पूरी तरह सुरक्षित है.
पुजारी दास ने आगे बताया कि जैसे ही यह बात लोगों को पता चली, उनके पास समुदाय के लोगों के बेहिसाब मैसेज आने शुरू हो गए. वहीं सुबह साढ़े चार बजे होने वाली पहली पूजा में शामिल होने आए लोगों ने भी बाहर ही सारा नजारा देख लिया.
मंदिर के पुजारी अर्जुन दास ने आगे कहा कि हिंदू धर्म से होने के नाते, हम बहुत चिंतित हैं. दरअसल, पहले भी दो मंदिरों पर हमला किया जा चुका है. ऐसे में हम भी बहुत चौकन्ने थे, क्योंकि यह मंदिर न सिर्फ मेलबर्न में मशहूर है बल्कि सबसे पुराने मंदिरों में से एक है.
सुबह 9 बजे दी गई पुलिस को जानकारी
मंदिर के पुजारी ने आगे कहा कि, सुबह करीब साढ़े 9 बजे उन्होंने पुलिस अधिकारियों को इस बारे में पहली जानकारी दी. अधिकारियों काफी सपोर्टिव थे और उन्होंने कहा कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
पुजारी दास ने आगे बताया कि जो अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं, उन्होंने इस बारे में और भी जानकारी लेने के लिए मुझे कई सारी कॉल्स की. इसके साथ ही वे पड़ोस में रहने वाले लोगों के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच करेंगे.
पुजारी अर्जुन दास ने आगे कहा कि पहले से ही हमें डर था कि कहीं अगला नंबर हमारा तो नहीं और वही हुआ. पुजारी ने आगे कहा कि इस जगह पर यह पहला ऐसा मामला है. हम चाहते हैं कि स्थानीय प्रशासन इस मामले में कार्रवाई करे.
बता दें कि खालिस्तानी समर्थकों ने 12 जनवरी को मेलबर्न की BAPS स्वामिनारायण मंदिर पर हमला किया था. वहीं इसके पांच दिन बाद ही 17 जनवरी को कुछ असमाजिक तत्वों ने श्री शिवा विष्णु मंदिर पर हमला किया था. अब 15 दिनों के अंदर इस्कॉन मंदिर पर हुआ यह तीसरा हमला है. जाहिर तौर पर इन हमलों से ऑस्ट्रेलिया सरकार की भी चिंता बढ़ रही है.