भारतीय मूल की पॉर्न स्टार सनी लियोन को तो आप जानते ही हैं. लेकिन इन दिनों जो पॉर्न स्टार चर्चा में है वह आधी कनाडाई और आधी पंजाबी है. पॉर्न की दुनिया में लोग इस अमेरिकी लड़की को बेले नॉक्स के नाम से जानते हैं, जबकि उसका असली नाम लॉरेन है. खैर, खास बात यह है कि लॉरेन जिस वजह से पॉर्न स्टार बनी वह बहुत नई तो नहीं है, लेकिन ज्यादा प्रचलित भी नहीं है. दरअसल, ड्यूक यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए वह पॉर्न स्टार बनी है.
खबरों के मुताबिक ग्रैज्यूएशन कर रही लॉरेन के पास तब कोई चारा नहीं बचा जब अफगानिस्तान में तैनात उसके अमेरिकी डॉक्टर पिता और भारतीय मां ने उसकी पढ़ाई के पैसों में कटौती कर दी. ऐसे में उसे महंगी पढ़ाई के लिए पैसे जुटाने का एक ही तरीका सूझा.
लेकिन कड़वा सच यह है कि जब उसके धार्मिक कैथोलिक पिता घर वापस लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी अब बहुत मशहूर हो गई है, लेकिन उस वजह से नहीं जैसे कि एक पिता की उम्मीद होती है. इस पर मीडिया और पूरी दुनिया ने लड़की को जरा भी नहीं बख्शा. मीडिया में लड़की की हर छोटी सी छोटी डिटेल शेयर करने की होड़ सी मची हुई है. यहां तक कि उसकी पहचान, उसके दोस्तों और घरवालों के नाम तक सार्वजनिक कर दिए गए हैं.

ऐसे में अब लॉरेन के भाई-बहन और मां-बाप बहुत ज्यादा परेशान और नाखुश हैं. ज्यादातर मीडिया घरानों ने लॉरेन के पॉर्न स्टार बनने की वजह की पड़ताल शुरू कर दी. किसी ने कहा कि वह सेक्स की दबी इच्छाओं को पूरा करने के लिए पॉर्न स्टार बनी है और उसकी नजरों में यह सेक्सुअल आजादी है.
वहीं, लॉरेन का कहना है कि उसने पढ़ाई पूरी करने के लिए यह रास्ता अपनाया. यही नहीं उसने दावा किया कि उच्च मध्यमवर्गीय और कम आय वाले परिवार कर्ज के बोझ से लड़ रहे है.
जहां दूसरे बच्चों ने अपनी पढ़ाई की खातिर पैसे कमाने के लिए नौकरियां ढूंढीं, वहीं लॉरेन ने पॉर्न स्टार बनने का रास्ता पकड़ा. क्यों? क्योंकि वह सिर्फ दो घंटे में 1,000 अमेरिकी डॉलर यानी कि लगभग 61,000 रुपये कमा लेती है. लॉरेन का दावा है कि बाकी बच्चे ऐसा नहीं कर पाते हैं.
