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जी-20 की बैठक के बीच अमेरिका ने भारत को लेकर कही ये बात

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने भारत के साथ अपने संबंधों को गहरा और मजबूत किया है. एक दिन पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी भारत और अमेरिका के बीच रिश्ते पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि भारत अमेरिका का ग्लोबल स्ट्रेटजिक पार्टनर कंट्री है.

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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फोटो-रॉयटर्स)
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (फोटो-रॉयटर्स)

भारत में हो रहे जी-20 सम्मेलन और उसमें यूक्रेन मुद्दे को लेकर भारत पर बनाए जा रहे दबाव के बीच अमेरिकी अधिकारी ने भारत के साथ संबंधों पर टिप्पणी की है.

अमेरिकी राजनीतिक सैन्य ब्यूरो की सहायक विदेश मंत्री जेसिका लेविस ने कहा कि अमेरिका ने भारत के साथ अपने संबंधों को गहरा और मजबूत किया है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) में अमेरिका के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण देश है. 

एक दिन पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी कहा था कि भारत के साथ हमारे व्यापक और गहरे संबंध हैं. भारत में हो रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बातचीत के दौरान दोनों देश कई एजेंडों पर बातचीत करेंगे.

क्या कहा अमेरिका ने?

डिफेंस राइटर्स ग्रुप से बात करते हुए लुईस ने कहा, "भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और हमने भारत के साथ अपने संबंधों को और गहरा और मजबूत किया है. भारत इस क्षेत्र में अमेरिका के लिए काफी महत्वपूर्ण देश है. भारत के साथ इस संबंधों को हम जारी रखेंगे."

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सहायक विदेश मंत्री ने कहा, "हम इसे इस तरह से देखते हैं कि जब भारत के साथ अपने सुरक्षा संबंधों को और मजबूत करने की बात आती है तो हम भारत को एक बेहतर विकल्प देते हैं. दोनों देशों के रिश्तों में प्रगति को लेकर मैं बेहद खुश हूं. जाहिर है कि भारत के सुरक्षा संबंधों का अपना एक लंबा इतिहास रहा है लेकिन हम भी इस मोर्चे पर अच्छा काम कर रहे हैं."
 

रूस-यूक्रेन युद्ध और हथियार को लेकर कही ये बात 

रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर पूछ गए एक सवाल का जवाब देते हुए जेसिका लुईस ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के एक साल बाद दुनिया भर के देश सैन्य हथियारों में विविधता लाने पर विचार कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, "हम देख रहे हैं कि कई देश हमारे पास आ रहे हैं और कह रहे हैं कि हमें रूस के अलावा अपने हथियारों में विविधिता लाने की जरूरत है. इसकी एक सबसे बड़ी वजह है कि ये देश यूक्रेन युद्ध में रूस के हथियारों की विफलता को देख रहे हैं. इसके अलावा, रूस की ओर से बेचे जा रहे हथियारों और उसकी आपूर्ति की क्षमता पर भी सवाल उठ रहे हैं."

अमेरिकी राजनीतिक सैन्य ब्यूरो की सहायक विदेश मंत्री जेसिका लेविस ने कहा कि हमें लगता है कि हमारे लिए यह एक बेहतर अवसर है कि हमारे भागीदार देश रूसी हथियारों को बदलने में दिलचस्पी ले रहे हैं. हम उन्हें उससे बेहतर हथियारों का विकल्प दे रहे हैं. 

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उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ एक मजबूत सुरक्षा सहयोग संबंध होने से परे भी कई लाभ हैं. अमेरिका उन्हें दुनिया में सबसे अच्छा सैन्य उपकरण देता है.  

भारत अमेरिका का ग्लोबल स्ट्रेटजिक पार्टनर 

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को कहा था, "भारत हमारा ग्लोबल स्ट्रेटजिक पार्टनर है. भारत के साथ हमारे व्यापक और गहरे संबंध हैं. क्वाड समूह के साथ-साथ अन्य अंतरराष्ट्रीय समूहों के संदर्भ में भी द्विपक्षीय रूप से भारत हमारा एक प्रमुख भागीदार देश है. 

चार देशों से मिलकर बने क्वाड समूह में भारत के साथ जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल है. भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये का मुकाबला करने के लिए चारों देशों ने 2017 में इसका गठन किया था. 

प्राइस ने कहा था कि भारत और अमेरिका कई महत्वपूर्ण और हित मूल्यों को एक दूसरे से साझा करते हैं और जी-20 सम्मेलन में भी दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय एजेंडों पर बातचीत होगी. 


 

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