गृहयुद्ध की आग में झुलसे अफगानिस्तान में आतंकी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. शुक्रवार को अफगानिस्तान के पूर्वी खोस्त प्रांत में अफगान सैन्य बेस पर स्थित मस्जिद विस्फोट से दहल गई. यह धमाका उस वक्त हुआ, जब मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की जा रही थी. इस भीषण धमाके में 27 सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 57 सैनिक घायल हो गए. अफगान मिलिट्री के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी.
इससे पहले खोस्त प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता तालिबान मंगल ने कहा, 'इस विस्फोट में कम से कम 9 व्यक्ति मारे गए हैं और 22 घायल हुए हैं, लेकिन इसकी सैन्य अधिकारियों से पुष्टि नहीं हुई है.' समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. जिस सैन्य बेस में धमाका हुआ, वह तालिबान के प्रभाव वाले इलाके में स्थित है.
#UPDATE Death toll rises to 27 according to Afghan military spokesman, reports AFP. https://t.co/fEJGjrlbv5
— ANI (@ANI) November 23, 2018
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता गफूर अहमद जावेद ने बताया कि इस हमले घायल हुए लोगों को प्रांतीय राजधानी खोस्त स्थित एक अस्पताल भेजा गया है, जबकि अन्य को काबुल लाने के लिए 4 हेलिकॉप्टर भेजे गए हैं. अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि विस्फोट के समय मस्जिद में कितने लोग थे या विस्फोट किस तरह का था.
इससे पहले 20 नवंबर को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक भीषण धमाका हुआ था, जिसमें कम से कम 40 लोग मारे गए थे, जबकि 60 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. यह एक आत्मघाती धमाका था. पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिन के मौके पर एक विवाह हॉल में आयोजित उलेमा परिषद की एक सभा को निशाना बनाकर ये हमला किया गया था.