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प्रेम प्रसंग, ब्लैकमेलिंग, 25 लाख की डिमांड... क्या थी जालौन के इंस्पेक्टर की मौत की वजह? चिल्लाते हुए कमरे से भागी थी महिला सिपाही

जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की सरकारी आवास में गोली लगने से मौत हो गई. घटना के समय उनके कमरे में महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा मौजूद थी, जो चीखते हुए भाग गई थी और बाद में गिरफ्तार हुई. परिवार ने मीनाक्षी पर हत्या की FIR दर्ज कराई है. आशंका है कि प्रेम प्रसंग में ब्लैकमेलिंग मौत की वजह हो सकती है.

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जालौन: मृतक दारोगा अरुण राय और आरोपी महिला सिपाही मीनाक्षी (Photo- ITG)
जालौन: मृतक दारोगा अरुण राय और आरोपी महिला सिपाही मीनाक्षी (Photo- ITG)

यूपी के जालौन में एक इंस्पेक्टर की गोली लगने से मौत हो गई. जिस वक्त गोली चली कमरे में इंस्पेक्टर के साथ एक महिला भी सिपाही भी मौजूद थी. घटना के बाद सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर ने सरकारी पिस्टल को कनपटी से सटाकर खुद को गोली मारी थी. 

गौरतलब है कि इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की सरकारी आवास में गोली लगने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने भले ही आरोपी महिला सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हो लेकिन इस घटना में महिला सिपाही की भूमिका को लेकर कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं. आशंका जताई जा रही है प्रेम प्रसंग में ब्लैकमेलिंग इंस्पेक्टर की मौत की वजह है. 

दरअसल, बीते शुक्रवार को जालौन के कुटौंध कोतवाली के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के आवास पर अचानक अफरा-तफरी मच गई. इंस्पेक्टर के कमरे से जालौन के कोच थाने की 112 पीआरवी पर तैनात महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा चीखते हुए बाहर निकली. मीनाक्षी 'गोली मार ली... गोली मार ली' कहते हुए बाहर भागी थी.

अगले दिन अरुण कुमार का परिवार गोरखपुर से जालौन पहुंचा तो पत्नी ने इस मामले में मीनाक्षी शर्मा पर हत्या की एफआईआर दर्ज करवा दी. जिसके बाद पुलिस ने भी महिला सिपाही मीनाक्षी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

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इंस्पेक्टर अरुण और सिपाही मीनाक्षी की कहानी

अब इंस्पेक्टर अरुण और सिपाही मीनाक्षी के पीछे की चौंकाने वाली कहानी सामने आ रही है. बताया जा रहा है अरुण कुठौंद इंस्पेक्टर से पहले जालौन की कोच कोतवाली के इंस्पेक्टर थे. मेरठ की रहने वाली मीनाक्षी भी कोच थाने में ही तैनात थी. वहीं से अरुण और मीनाक्षी के बीच नजदीकी बढ़ी. 

नाम ना छापने की शर्त पर कोच में तैनात रहे एक पुलिसकर्मी ने बताया कि अरुण कुमार राय के कार्यकाल में मीनाक्षी कभी वर्दी नहीं पहनती थी, थाने में ड्यूटी भी कम ही देती थी और बड़े रौब से थाने में घूमती थी. हर कोई जानता था कि वह अरुण कुमार राय की चहेती है. अरुण कुठौंद के इंस्पेक्टर बने तो मीनाक्षी कोच थाने की 112 पीआरवी पर तैनात हो गई.

बताया जा रहा है कि मीनाक्षी शर्मा की शादी होने वाली थी और वह अरुण कुमार राय से अपनी शादी में 25 लाख रुपये की डिमांड कर रही थी. इस तरह धीरे-धीरे वह अरुण पर दबाव डालती रही. आखिर में तंग आकर अरुण ने अपनी जान ले ली. 

दूसरी तरफ जालौन से पहले मीनाक्षी शर्मा पीलीभीत में तैनात थी और पूरनपुर कोतवाली में तैनाती के दौरान मीनाक्षी ने अपने साथी सिपाही पर भी रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में भी सिपाही से 25 लाख रुपये मांगने की बात सामने आई थी. पीलीभीत कोतवाली में साल 2022 में मीनाक्षी की तहरीर पर मोहित नामक सिपाही पर एफआईआर दर्ज हुई थी. अब मामला कोर्ट में विचाराधीन है.

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