उत्तर प्रदेश के बांदा में अजीबोगरीब और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां दुसरों को जेल से निकालने वाले अब खुद जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए. दरअसल बांदा में पैसे लेकर एक ही दस्तावेजों से इन लोगों ने कई गंभीर किस्म के अपराधियों की जमानत ले डाल., हैरानी की बात यह है कि जिन लोगों के फर्जी तरीके से दस्तावेज लगाकर जमानत कराई गई, उन लोगो को इसकी भनक तक नहीं थी.
पुलिस ने ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जिसमे तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, इनके कब्जे से बड़ी संख्या में 35 फर्जी आधार कार्ड, खसरा खतौनी, मशीन आदि बरामद किए हैं. पुलिस ने इनको जेल भेजकर जांच शुरू कर दी है.
आपको बता दें यूपी में CM योगी के नेतृत्व में आपरेशन शिकंजा के तहत अपराधियों पर कार्रवाई की जा रही है. उसी क्रम में बांदा के एसपी पलाश बंसल के निर्देश पर थाना तिंदवारी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि थाना तिंदवारी क्षेत्र के रहने वाले एक शख्स ने शिकायत दी कि उसके नाम से फर्जी तरीके से दस्तावेज बनाकर एक NDPS के अपराधी की जमानत ले ली गयी है, जिसके बाद पुलिस ने जांच की तो मामला सही निकला, पुलिस ने तुरंत मामले में एफआईआर दर्ज की और आरोपियों की तलाश शुरू की. जिसके बाद तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो फर्जी तरीके से लोगों के नाम से दस्तावेज बनाकर फ़ोटो आदि लगाकर जेल में बन्द अपराधियों की जमानत लेते थे, जिसके एवज में उन्हें पैसा मिलता था.आरोपियों ने आसपास के जिलों के अलावा बांदा में आधे दर्जन थाना क्षेत्रों में घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस इनकी क्राइम कुंडली खंगालने में जुटी हुई है.
तिंदवारी थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनके कब्जे से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का समान बरामद हुआ है. पकड़े गए आरोपी, लोगों के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर संगीन अपराधों के अपराधियों की जमानत लेने का गैंग चलाते थे, इनसे पूछताछ की जा रही है, इन्होंने बांदा में कई थाना क्षेत्रों में अपराध को अंजाम दिया है. जेल भेजकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.