Taslima Nasreen Facebook account: लेखक तसलीमा नसरीन को फेसबुक अकाउंट रिमेंबरिंग हो गया है. रिमेंबरिंग अकाउंट फेसबुक (Taslima Nasreen Facebook Remembering ) पर उस शख्स का होता है, जिसकी मौत हो जाती है. इसी बात को लेकर उन्होंने ट्वीट किया और चुटकी लेते हुए फेसबुक की आलोचना की है.
बांग्लादेश की फेमस लेखक तसलीमा नसरीन ने ट्वीट करते हुए फेसबुक से संबंधित कई अकाउंट को टैग किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि मेरा अकाउंट एक बार फिर memorialized कर दिया है. ऐसा चौथी बार हुआ है, जब आपने मुझे मारा है. आप ऐसा करके क्या जिहादियों को खुश करने की कोशिश कर रहे हो? मैं अभी तक मरी नहीं हूं. कृपया मुझे मेरा फेसबुक अकाउंट वापस कर दें'
इससे पहले पिछले साल भी तसलीमा नसरीन का फेसबुक अकाउंट बैन कर दिया गया था. उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी. तब तसलीमा नसरीन ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर मुसलमानों की ओर से हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लिखा था. इसके बाद उनके फेसबुक अकाउंट को 7 दिन के लिए बैन कर दिया गया था.
साल 2015 में भी तसलीमा नसरीन का फेसबुक अकाउंट बंद कर दिया गया था. तसलीमा नसरीन इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ लगातार अपनी आवाज बुलंद करती रहीं हैं.
बुर्का और हिजाब को लेकर किए कई ट्वीट
तसलीमा नसरीन ने बुर्का और हिजाब को लेकर हाल में कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने कहा कि हाल में कुछ लोगों ने कहा कि हिजाब या बुर्का पहनना महिला की च्वाइस है. आने वाले समय में ये लोग कहेंगे कि चार पत्नी रखना भी महिला की ही पसंद हैं. घरेलू हिंसा का शिकार होना, कई बच्चे पैदा करना और संपत्ति में बराबर का हिस्सा न मिलना भी महिलाओं की 'पसंद' है ?
एक दूसरे ट्ववीट में उन्होंने घेरा, जिसमें उन्होंने लिखा कि अगर बुर्का इतना ही आरामादायक और फैशनेबल और सुंदर ड्रेस है तो फिर तो न केवल मुस्लिम पुरुषों, बल्कि सभी आदमी, औरतों, बच्चों को भी ये पहनना चाहिए.
वहीं उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीटस में लिखा कि मुस्लिम महिलाएं इसलिए जींस पहनती हैं क्योंकि उन्हें मॉडर्न ड्रेस पहनना पसंद है. बुर्का और हिजाब वह अपने रिश्तेदार और माता-पिता के दबाव में पहनती हैं. कई का बचपन में ब्रेनवॉश किया जाता है. कुल मिलाकर ये सारे ट्वीट भारत में मुस्कान नाम की लड़की को लेकर हुए विवाद से जुड़े हुए थे. जो हाल में कर्नाटक के मांडया में बुर्का पहनकर अपने कॉलेज गई थी.