मानव खोपड़ियों से तराशे गए कटोरे, कुर्सियों की सीटों पर फैली मानव त्वचा और किसी इंसान के चेहरे की चमड़े से सजा लैंप कवर. जब पुलिस एक संदिग्ध हत्यारे के घर में घुसी तो ये नजारा देख डर गई थी. यह कहानी है अमेरिका के विस्कॉन्सिन के वुशारा काउंटी स्थित एक गांव प्लेनफील्ड में रहने वाले एक साइको किलर की. जिसे 'फ्लेनफील्ड का कसाई' भी कहा जाता है. इस शख्स का नाम एड गेइन था.
हिस्ट्री.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, 1957 में प्लेनफील्ड, विस्कॉन्सिन के एक हार्डवेयर स्टोर की मालकिन बर्नीस वॉर्डन के लापता होने की जांच करते हुए पुलिस गेइन के घर पहुंची तब उसका खुलासा हुआ. इस खुलासे ने पूरे देश को चौंका दिया था, जब पता चला कि गेइन का घर अनगिनत मानव शवों के भयानक अवशेषों से सजा हुआ मिला.
घर की छत से लटका मिला सिरकटा शव
गेइन के घर में ही लापता वॉर्डन का सिर कटा शव छत की कड़ियों से उल्टा लटका हुआ पाया. संपत्ति की तलाशी में उन्हें एक भयावह दृश्य मिला जिसमें मानव शरीर के अंगों से बनी कुर्सियां और कटोरे जैसी घरेलू वस्तुएं, दीवारों पर टांगे गए चेहरे और मानव धड़ से बनी एक बनियान शामिल थीं.
कब्रों से भी शवों की चोरी करता था ये साइको किलर
इस भयावह खुलासे के बाद, गेइन ने कई अपराध कुबूल किए, जिनमें कब्रों से शवों के टुकड़े लूटने की बात भी स्वीकारी. गेइन ने कब्रों से कई शव चुराकर अपने घरों को सजाने के लिए भयानक वस्तुएं बनाई थीं. उसे जब कोई शव नहीं मिलता या जब वह किसी की हत्या नहीं कर पाता तो कब्रिस्तान में जाकर शवों की चोरी करता था.
उसने कहा कि वह शरीर के अंगों का उपयोग अपनी प्रिय मां के एक नया रूप बनाने के लिए कर रहा था. उसे लगता था कि शवों से निकाले गए अंग उसके मां के ही हैं, जिनसे वो नफरत करता था.
उसने मैरी होगन नाम की एक महिला की हत्या और अन्य लोगों को हताहत करने की बात भी स्वीकारी. लेकिन, सिर्फ दो लोगों की हत्या की पुष्टि ही हो सकी. मैरी होगन नाम की जिस महिला की उसने हत्या की थी उसके बारे में उसने कहा था कि वह उसकी मां जैसी दिखती थी.
मां की प्रताड़ना से ऐसी हो गई थी मानसिकता
गेइन ने बताया कि ऐसी भयावह हरकतों के पीछे उसकी मां के साथ उसके कलहपूर्ण संबंधों का इतिहास एक बड़ी वजह थी. वह अपनी मां से घृणा करता था. क्योंकि किसी समय वो उसे प्रताड़ित करती थी.
अपने इकबालिया बयानों के बावजूद, एक दशक से भी अधिक समय बाद गेइन को केवल एक अपराध का दोषी ठहराया गया. वह था हार्डवेयर स्टोर की मालकिन बर्निस वर्डेन की हत्या , जिसका सिर कटा हुआ शरीर गेइन के घर पर लटका मिला था.
1957 में उसकी गिरफ्तारी के बाद, अदालत द्वारा नियुक्त मनोचिकित्सकों ने गेइन को सिज़ोफ्रेनिया बताया. उसके मानसिक स्वास्थ्य उपचार का आदेश दिया गया. 1968 में, अभियोजकों ने गेइन पर जूरी के सामने नहीं, बल्कि एक न्यायाधीश के सामने मुकदमा चलाया.
77 की उम्र में मानसिक अस्पताल में हो गई थी मौत
न्यायाधीश ने गेइन को वर्डेन की हत्या का दोषी पाया, लेकिन पागलपन के कारण भी उसे निर्दोष बता कर मानसिक अस्पताल भेज दिया गया. गेइन ने अपना बाकी जीवन मानसिक अस्पतालों में बिताया. 1984 तक, जब श्वसन विफलता के कारण उनकी मृत्यु हो गई. वह 77 साल का था.