रामनगरी अयोध्या के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वज फहरा दिया है.है. सनातन धर्म की परंपरा में मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराना संस्कृति का एक जरूरी हिस्सा होता है और इसका अपना खास महत्व होता है. अगर आप रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि भारत के कोने-कोने से राम की नगरी तक कैसे आसानी से पहुंचा जा सकता है.
अयोध्या तक आप हवाई जहाज, ट्रेन या सड़क मार्ग, तीनों माध्यमों से आसानी से पहुंच सकते हैं.
हवाई जहाज कैसे पहुंचे: अयोध्या तक हवाई जहाज से पहुंचना सबसे सुविधाजनक और तेज विकल्प है. क्योंकि अयोध्या का अपना हवाई अड्डा है, जिसका नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है. यह हवाई अड्डा देश के कई बड़े शहरों से सीधी उड़ान सेवा से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. यहां पर उतरने के बाद, मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको बस थोड़ी देर टैक्सी या कैब की सवारी करनी होगी, जिससे आप बिना देरी के प्रभु राम के दर्शन कर सकेंगे.
ट्रेन से कैसे पहुंचे: ट्रेन यात्रा उन लोगों के लिए बेहतरीन है, जो लंबी दूरी आराम से तय करना चाहते हैं. फैजाबाद और अयोध्या जिले के प्रमुख रेलवे स्टेशन देश के करीब सभी बड़े शहरों और महानगरों से अच्छी तरह जुड़े हुए हैं. रेल मार्ग से अयोध्या की दूरी लखनऊ से लगभग 128 किलोमीटर, गोरखपुर से 171 किलोमीटर, प्रयागराज से करीब 157 किलोमीटर और वाराणसी से 196 किलोमीटर है.
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहती है, जिससे सड़क मार्ग से भी अयोध्या पहुंचना बहुत आसान है. अयोध्या प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे लखनऊ से करीब 150 किलोमीटर, वाराणसी से 215 किलोमीटर, प्रयागराज से तकरीबन 165 किलोमीटर, गोरखपुर से 140 किलोमीटर और दिल्ली से लगभग 715 किलोमीटर दूर है. यहां आने के लिए आप आसानी से लखनऊ, दिल्ली और गोरखपुर जैसे शहरों से बस ले सकते हैं.
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एक बार जब आप अयोध्या शहर पहुंच जाते हैं, तो राम मंदिर तक पहुंचना बहुत आसान है. क्योंकि अयोध्या में ऑटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा जैसे स्थानीय परिवहन के साधन आसानी से मिल जाते हैं. पवित्र राम मंदिर सरयू नदी के तट पर स्थित है, जो आपकी धार्मिक यात्रा को एक शांत और सुंदर माहौल प्रदान करता है.
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अयोध्या सिर्फ राम मंदिर तक ही सीमित नहीं है, यह अपने आप में एक समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत समेटे हुए है. मंदिर दर्शन के बाद, आप हनुमानगढ़ी और कनक भवन जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों पर घूमने के लिए जा सकते हैं. इसके अलावा, अयोध्या के आसपास और भी कई प्राचीन और पवित्र स्थान हैं, जहां जाकर आप इस नगरी के इतिहास को और करीब से जान सकते हैं.
अयोध्या में छोटे-बड़े, कई तरह के होटल उपलब्ध हैं. ध्वजारोहण की वजह से होटलों का किराया थोड़ा बढ़ सकता है, लेकिन सामान्य दिनों में आपको 500 से लेकर 2000 रुपये तक में आराम से कमरा मिल सकता है. खाने-पीने के मामले में अयोध्या काफी बजट फ्रेंडली है. यहां कई धार्मिक स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था होती है. इसके अलावा, आप 40 से 50 रुपये प्रति प्लेट में कचौरी-सब्जी जैसे स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड का मजा ले सकते हैं. अगर आप किसी अच्छे होटल या रेस्टोरेंट में खाना खाते हैं, तो प्रति व्यक्ति लगभग 150 से 300 रुपये का खर्च आ सकता है.
अगर आपके पास होटल लेने का बजट कम है, तो परेशान न हों. क्योंकि ध्वजारोहण को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अतिथियों के ठहरने के लिए करीब 1,600 कमरे तैयार किए हैं. इसके अलावा, रामसेवकपुरम, कर्षक सेवकपुरम और तीर्थ क्षेत्र पुरम जैसी जगहों पर भी अतिरिक्त रहने की व्यवस्था की गई है. इतना ही नहीं ठंड के मौसम को देखते हुए, इन सभी स्थानों पर तीर्थयात्रियों के लिए बिस्तर और कंबल की विशेष व्यवस्था भी की गई है.