मैनपुरी चुनाव 2022 रिजल्ट
2022 उत्तर प्रदेश चुनाव में मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र से जयवीर सिंह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार थे (Jayveer Singh BJP Candidate from Mainpuri). चुनाव के नतीजे 10 मार्च 2022 को घोषित हुए (2022 UP Election Result). मैनपुरी से जयवीर 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में 82वें सबसे कम अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार थे (Jayveer Singh 82nd Lowest Margin Win in UP Election 2022). उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राजकुमार को 6766 वोटों से हराया और जीत का अंतर महज 3.18 प्रतिशत रहा (Jayveer Singh Defeated Rajkumar of SP).
10 मार्च को आए नतीजों में जयवीर को अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुल 99,814 वोट मिले (Jayveer Singh Total Vote), जिसमें ईवीएम वोटों की संख्या 99,445 (Jayveer Singh EVM Vote) और पोस्टल वोटों की संख्या 369 थी (Jayveer Singh Postal Vote). उन्हें 46.73 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए (Jayveer Singh Vote Percent). दूसरे नंबर पर रहने वाले सपा के राजकुमार को कुल 93,048 वोट मिले (Rajkumar Total Vote), जिसमें ईवीएम से 92,181 और पोस्टल वोटों की संख्या 867 थी. उन्हें 43.56 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए (Rajkumar Vote Percent).
मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के गौरव नंद तीसरे नंबर पर रहे. उन्हें 17,216 वोट मिले (Gaurav Nand of BSP Total vote) और उनका वोट प्रतिशत 8.06 रहा (Gaurav Nand of BSP Vote Percent).
मैनपुरी की नई सांसद डिंपल यादव ने सोमवार को संसद भवन पहुंचकर सांसद के तौर पर शपथ ली. उन्होंने मैनपुरी में हुए लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रघुराज शाक्य को 2,88,461 वोटों से हराया था. संसद सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण करने आईं डिंपल यादव के साथ उनके पति और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी आए थे.
मैनपुरी में अखिलेश यादव ने एक सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान बीजेपी पर जमकर हमला बोला. इसके साथ ही अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की तारीफ की. एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पहले तो हम लोग समझ ही नहीं पाए लेकिन चाचा ने तो बीजेपी को झूला झुला दिया.
अखिलेश यादव के गुटखा वाले बयान पर अब सांसद सुब्रत पाठक ने पलटवार किया है. उन्होंंने कहा कि मेरा व्यवसाय इसी से जुड़ा हुआ है और मैं पान मसाला खाता हूं. जब से मेरे जैसा साधारण व्यक्ति कन्नौज से सांसद बना है, अखिलेश से बर्दाश्त नहीं हो रहा. उन्हें पता होना चाहिए 'न मैं उनसे डरता हूं, न दबता हूं.'
यूपी के इटावा जिले में लायन सफारी पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कन्नौज लोकसभा से सांसद सुब्रत पाठक पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सांसद को गुटखा और पान छोड़कर विकास पर ध्यान देना चाहिए. इस दौरान अखिलेश ने चाचा शिवपाल सिंह को लेकर भी प्रतिक्रिया दी.
मैनपुरी सीट को बचाने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किसी तरह की कोई भी गुंजाइश नहीं छोड़ी. अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले चाचा शिवपाल से चली आ रही पुरानी अदावत को खत्म किया. इसके बाद चाचा भतीजे की जोड़ी ने पूरे मैनपुरी में जमकर प्रचार किया. बीजेपी तमाम कोशिशों को बावजूद मैनपुरी लोकसभा सीट पर जीतने में सफल नहीं हुई.
मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में उनकी बहू डिंपल यादव की जीत हो गई है. डिंपल यादव ने बीजेपी के रघुराज शाक्य को लगभग तीन लाख वोटों के अंतर से हरा दिया है. लेकिन, डिंपल की इस जीत में चाचा ससुर शिवपाल यादव का बड़ा रोल है. उनकी जीत के पीछे शिवपाल यादव कैसे 'X' फैक्टर साबित हुए? समझें...
मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव की बंपर जीत हुई. इसी बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव शिवपाल यादव से मिलने उनके घर पहुंचे. अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का झंडा शिवपाल सिंह यादव को दिया. इसी के साथ शिवपाल सपा में शामिल हो गए. सपा की पार्टी प्रसपा का भी सपा में विलय हो गया.
मैनपुरी चुनाव के दौरान अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पुरानी अदावत खत्म कर साथ आ गए हैं. अब शिवपाल यादव ने प्रसपा के सपा में विलय होने के संकेत दिए हैं. इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने मैनपुरी चुनाव में मतदान के दौरान पुलिस प्रशासन पर धांधली का आरोप लगाया है.
मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने कहा कि लोगों का बहुत स्नेह और समर्थन मिला है. सपा अच्छे वोटों से चुनाव जीतेगी. जिस क्षेत्र का नेता जैसा होता है, वहां की काया वैसे ही पलटती है. नेताजी ने मैनपुरी के लिए बहुत काम किया है. नेताजी का साथ मेरे साथ है. शिवपालजी का आना हमारे साथ बहुत अच्छा हुआ है.
देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैनपुरी में आज जनसभा को संबोधित करने पहुंचेंगे. इसके चलते आज मैनपुरी जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक ने इसके लिए आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि रैली की वजह से भारी यातायात होने के चलते छात्रों और अभिभावकों को अत्यंत असुविधा हो सकती है.
शिवपाल यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी से नहीं, पूरी सरकार से है. प्रशासन और अधिकारियों से भी है. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को गुंडई नहीं करने की सलाह दी. शिवपाल यादव ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोई गाली भी दे तो उसे बर्दाशत कर लेना, लेकिन पुलिस की पकड़ में मत आना.
हाल ही में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में अपने भतीजे अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को समर्थन देने का ऐलान किया है. शिवपाल मैनपुरी में लगातार डिंपल के समर्थन में प्रचार और सभाएं कर रहे हैं. इससे पहले उनकी अखिलेश से नाराजगी जगजाहिर रही है. अब योगी सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाने का निर्णय लिया है.
डिंपल यादव रविवार को भोगांव में चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं. यहां उन्होंने सभा में कहा कि सपा नेताओं और अपने युवा मित्रों से कहना चाहती हूं कि 4 दिसंबर को प्रशासन आप पर सख्त कार्रवाई करेगा. 4 दिसंबर को आप अपने घरों में न सोएं. 5 दिसंबर को आप वोट डालें और 6 दिसंबर को प्रशासन यहां से चला जाएगा. कोई आपको छू भी नहीं सकेगा.
करहल विधानसभा मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और अखिलेश यादव फिलहाल इसी विधानसभा सीट से विधायक हैं. लिहाजा, भाजपा अखिलेश यादव को करहल विधानसभा में घेरने की रणनीति को अंतिम रूप दे रही है. उसकी रणनीति का ही ये हिस्सा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली चुनावी जनसभा करहल विधानसभा में रखी गयी है.
देश, दुनिया, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट का उपचुनाव रोचक हो गया है. बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है जिससे सपा और बीजेपी की चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो गई है.
मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. 5 दिसंबर को इस पर मतदान होना है. इससे पहले अखिलेश यादव परिवार को एक करने की कवायद में जुट गए हैं. इसी क्रम में अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव से सैफई में मुलाकात की. इस दौरान डिंपल भी उनके साथ रहीं.
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हुई है. जिस पर अब 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है. यहां से बीजेपी ने समाजवादी पार्टी की कैंडिडेट डिंपल यादव को टक्कर देने के लिए रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है.
मैनपुरी में कुल 5 विधानसभा सीटे हैं. जिनमें करहल और जसवंत नगर की सीट भी आती है. इन पर फिलहाल अखिलेश यादव और शिवपाल यादव विधायक के तौर पर काबिज हैं. इन सीटों पर लगभग 17 लाख मतदाता हैं.
रघुराज शाक्य शिवपाल यादव के करीबी माने जाते हैं. लेकिन इस साल यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले वे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. रघुराज शाक्य इससे पहले सपा में थे. लेकिन शिवपाल यादव द्वारा प्रसपा के गठन के बाद वे उनके साथ आ गए थे. रघुराज शाक्य सपा से दो बार सांसद भी रह चुके हैं.