Microsoft ने Windows 11 को सबके लिए उपलब्ध करवा दिया है. एलिजिबल Windows 10 डिवाइस को नए वर्जन पर फ्री में अपग्रेड किया जा सकता है. नए कंप्यूटर पर भी अब Windows 11 प्री-इंस्टॉल्ड दिया जा सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर Rajiv Sodhi ने बताया कि Windows 11 के साथ यूजर के एक्सपीरिएंस को पूरी तरह से बदल दिया गया है. इस पर आप सिक्योर हो कर नए तरीके से काम कर सकते हैं. विंडोज 11 को भारत में जारी कर दिया गया है.
कंपनी के अनुसार Windows 11 में पावरफुल नया एक्सपीरिएंस दिया गया है. इसे आप स्कूल प्रोजक्ट, वर्क के लिए प्रजेंटेशन, नए आईडिया के लिए ऐप बनाने के लिए यूज कर सकते हैं.
Windows 11 में रिडिजाइन टास्कबार और स्टार्ट मेन्यू दिया गया है. इसमें सभी प्रोग्राम विंडोज और बिल्ट इन टीम्स चैट के लिए राउंडेड कॉर्नर भी दिए गए हैं. Windows 11 डायरेक्ट स्टोरेज सपोर्ट के साथ आता है. इस फीचर को पहले Xbox Series X और Xbox Series S पर इंट्रोड्यूस किया गया था.
Windows 11 को जुलाई में पेश किया गया था. ये ऐप स्नेपिंग से स्क्रीन तक स्लीक लूक और लेआउट्स के साथ आता है. इसमें ज्यादा डिटेल्ड विजेट्स दिए गए हैं. इसमें माइक्रोसॉफ्ट स्टोर को रिवेंप किया गया है. इसके साथ एंड्रॉयड ऐप्स का भी सपोर्ट दिया गया है.
इसको इंस्टॉल करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही पीसी की मिनिमम रिक्वायरमेंट्स के बारे में बता दिया है. इसके लिए दो या उससे ज्यादा कोर का प्रोसेसर 1GHz क्लॉक स्पीड या उससे ज्यादा पर चाहिए. पीसी में कम से कम 4GB रैम और 64GB स्टोरेज होना चाहिए.
अगर आपके कंप्यूटर में ओरिजनल Windows 10 है तो आपको Windows 11 में अपग्रेड करने का ऑप्शन मिलेगा. इसके लिए आपके पास फास्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी होनी चाहिए.
अगर आप अपग्रेड करने से पहले अपने कंप्यूटर का बैकअप लें तो बेहतर रहेगा. कई बार ऐसा देखा गया है कि अपग्रेड के दौरान सिस्टम फाइल्स गायब हो जाती हैं. इसलिए इससे बचने के लिए आप बैकअप ले कर रखें और फिर अपने कंप्यूटर में Windows 11 को अपग्रेड करें.