टेक्नोलॉजी हर गुजरते दिन के साथ विकसित हो रही है. हम कई बार सोचते हैं कि कोई ऐसी टेक्नोलॉजी होती, जो सिर्फ सोचने से हमारे काम कर देती है. दिल्ली के अर्नव कपूर ने ऐसा एक डिवाइस विकसित किया है. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट अर्नव ने इस डिवाइस को तैयार किया है, जिसे AlterEgo नाम दिया गया है.
ये AI बेस्ड डिवाइस है, जो लोगों के दिमाग पढ़ने का काम कर सकता है. इस डिवाइस का प्रोटोटाइप साल 2018 में आया था, जिसकी मदद से यूजर्स मशीनों से, AI असिस्टेंट्स और दूसरे लोगों से सिर्फ मन में कुछ भी सोचकर बात कर सकते हैं. ये कम्युनिकेशन पूरी तरह से प्राइवेट होता है.
इसका मतलब है कि इस डिवाइस को पहनने के बाद आप सिर्फ दिमाग में सोचकर पिज्जा ऑर्डर कर सकते हैं. MIT के मुताबिक, AlterEgo एक नॉन-इनवेसिव, वियरेबल, पेरिफेरल न्यूरल इंटरफेस है, जो इंसानों को नैचुरल भाषा में मशीनों, AI असिस्टेंट, सर्विसेस और दूसरे लोगों से बातचीत करने देता है.
इसके लिए यूजर को एक भी शब्द नहीं बोलना होता है. बिना किसी एक्सटर्नल मूवमेंट के यूजर्स एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं. यूजर्स को फीडबैक ऑडियो के रूप में बोन कंडक्शन से मिलेगा, जो इस इंटरफेस को क्लोज लूप में रखता है.
बोन कंडक्शन सामान्य बातचीत के एक्सपीरियंस को इस कन्वर्सेशन में इंटरफेयर नहीं करने देता है. इसकी वजह से यूजर्स एक कम्प्यूटर से कुछ इस तरह से कनेक्ट हो सकते हैं, जैसे वो मन में खुद से ही बातचीत कर रहे हों.
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य उन लोगों के लिए बातचीत आसान बनाना है, जिन्हें बोलने में दिक्कत होती है. अर्नव कपूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है, जिसमें वो इस डिवाइस की यूज करते दिख रहे हैं. इस वीडियो में अर्नव लोगों के सवालों के जवाब बिना एक शब्द बोले दे रहे हैं.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इंटरव्यूअर कहता है कि आपके दिमाग में पूरा इंटरनेट बसा हुआ है. फिलहाल अर्नव MIT से PhD कर रहे हैं. वो मीडिया आर्ट्स और साइंस की पढ़ाई कर रहे हैं. अर्नव साल 2020 में TIME के 100 Best Inventions में भी फीचर हो चुके हैं.