दुनिया की मशहूर मास मीडिया कंपनी डिज्नी की रिसर्च टीम लिनक्स लाइट बल्ब
नामक एक तकनीक पर काम कर रही है, जिसके जरिए बल्ब एक दूसरे से कनेक्ट हो
सकेंगे. सुनने में यह अटपटा जरूर लग सकता है पर यह सच है. इस तकनीक के यूज से घर में लगे बल्ब वाईफाई की तरह गैजेट्स और खिलौने से कनेक्ट हो सकते हैं.
डिज्नी के एक रिसर्चर ने अपने शोध पत्र में लिखा है कि 'विजिबल लाइट कम्युनिकेशन के तहत किसी भी कमरे में लगी एलईडी लाइट एक दूसरी लाइट या दूसरे विजिबल लाइट कम्युनिकेशन (VLC) डिवाइस जैसे खिलौने और गैजेट्स से आपस में कम्युनिकेट कर सकते हैं. लाइट्स एक दूसरे से इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) के जरिए कनेक्ट होंगी'.
इस तकनीक को बनाने वाले रिसर्चर स्टेफन मैंगोल्ड ने अपने एक बयान में कहा कि विजिबल लाइट कम्युनिकेशन सिंपल ऑन चिप सिस्टम और लैंप पर काम करेगा. इसका मतलब यह कि बल्ब में लगे चिप से बल्ब आपस में एक दूसरे से कनेक्ट होंगे.
मैंगोल्ड ने कहा, 'यह तकनीक सिर्फ सेंसर वाले गैजेट में ही नहीं बल्कि उन खिलौनों और गैजेट्स में भी काम करेगी जिनमें एलईडी लगी है. एलईडी के जरिए खिलौनों और गैजेट को आसानी से कनेक्ट किया जा सकता हैं. एक बल्ब से दूसरे बल्ब में डेटा बाइनेरी कोड के जरिए ट्रैवल करेगा.
आसान शब्दों में अगर कहें तो यह तकनीक घर में लगे वाईफाई राउटर जैसे ही काम करेगी. जैसे राउटर के जरिए दो लैपटॉप आपस में कनेक्ट होते हैं वैसे ही बल्ब भी वीएलसी तकनीक के जरिए एक दूसरे से और गैजेट से कनेक्ट होंगे.
हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि इस तकनीक में इंटरनेट राउटर का इस्तेमाल किया जाएगा या नहीं. लेकिन इतना जरूर है कि इन बल्ब के लिए खास तरह के सॉकेट डिजाइन किए जाएंगे.