भारत की महिला क्रिकेट टीम ने विमेंस वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल मैच जीतकर इतिहास रच दिया है. टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से हराकर चैंपियन का खिताब जीता है. भारत की बेटियों ने 47 साल के इंतजार के बाद देश का ख्वाब पूरा किया है. इस जीत के बाद पूरे देश में खुशी और गर्व का माहौल है. मोगा की बेटी और भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शानदार नेतृत्व से देश का नाम रोशन किया है, वहीं आगरा की दीप्ति शर्मा और रोहतक की शेफाली वर्मा का प्रदर्शन चर्चा का विषय बना हुआ है.

हरमनप्रीत कौर ने अपने शानदार नेतृत्व और खेल से जिले ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है. जिस मैदान से हरमनप्रीत ने क्रिकेट की शुरुआत की थी, वहां आज सुबह से ही लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाकर जीत का जश्न मनाया है. मोगा के लोगों ने अपनी बेटी की इस ऐतिहासिक जीत पर गर्व जाहिर किया है. हालांकि, हरमनप्रीत का परिवार फिलहाल विदेश में है.
भारत की महिला क्रिकेट टीम द्वारा वर्ल्ड कप जीतने के बाद पूरे देश में खुशी और गर्व का माहौल है. ऐसी ही खुशी की लहर मोगा में भी देखने को मिली. मोगा के खेलप्रेमियों ने कहा कि हरमनप्रीत कौर ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से छोटे शहरों की बेटियां भी इंटरनेशनल लेवल पर देश का नाम रोशन कर सकती हैं. मोहल्लों और गलियों में बच्चों और युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया.

आगरा की 'दीप्ति' ने रचा इतिहास
इस ऐतिहासिक जीत में उत्तर प्रदेश में आगरा की बेटी दीप्ति शर्मा का शानदार प्रदर्शन पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. दीप्ति की गेंदबाजी और ऑलराउंड खेल से भारत ने जीत का परचम लहराया, और इसी के साथ आगरा में उनके घर पर जय घोष के साथ खुशियों का महापर्व शुरू हो गया. दक्षिण अफ्रीका का आखिरी विकेट गिरते ही टेलीविजन देख रहे क्रिकेट प्रेमियों का दीप्ति शर्मा के घर पर जश्न का माहौल छा गया.
दीप्ति के माता-पिता के छलके खुशी के आंसू
दीप्ति के घर सुबह से ही पूजा-अर्चना चल रही थी और जैसे ही भारत ने जीत दर्ज की, दीप्ति के माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. दीप्ति की मां सुशीला शर्मा ने भावुक होकर कहा, "बेटी ने देश का नाम रोशन कर दिया, आज हमारा सपना पूरा हुआ है." पिता श्री भगवान शर्मा ने कहा, "भारत की बेटियों ने इतिहास रच दिया है, हम बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं."
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दीप्ति के घर पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री
जश्न में शामिल होने के लिए आगरा के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल भी दीप्ति के घर पहुंचे. मंत्री ने परिवार को बधाई दी और कहा, "देश की बेटियों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. दीप्ति जैसी बेटियां हर भारतीय परिवार के लिए प्रेरणा हैं." दीप्ति के घर पर दर्जनों क्रिकेट प्रेमी जुटे. सभी हाथों में भारत का तिरंगा झंडा लिए 'वंदे मातरम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे.
रोहतक में शैफाली वर्मा के घर दीपावली जैसा माहौल
वर्ल्ड कप की जीत के बाद से ही रोहतक में जश्न का माहौल है. लगातार पटाखे फोड़े जा रहे हैं, मिठाइयां बांटी गई और फिर से दीपावली का माहौल नजर आया. शैफाली की माता ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी और उनकी उम्मीदों पर खरी उतरी है. शैफाली के दादा काफी भावुक नजर आए, उनके आंखों में ख़ुशी के आंसू थे.

मैच से पहले मायूस थी शैफाली
शैफाली के पिता ने कहा कि आज बहुत खुशी हो रही है, उन्हें बहुत उम्मीद थी. उन्होंने बताया कि मैच से पहले बेटी से बात हुई थी तो वह मायूस थी. उन्होंने शैफाली को कुछ टिप्स दी थी. शैफाली ने कहा था कि पापा मैं अपना सौ फीसदी दूंगी और उसने वैसा ही किया. मैन ऑफ द मैच मिलने पर उन्होंने कहा कि यह सभी का आशीर्वाद है, परमात्मा का आशीर्वाद है.
शैफाली के पिता ने कहा कि जब पता चलेगा कि शैफाली को कब आना है, तो भव्य स्वागत की तैयारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश को पता है कि टर्निंग पॉइंट था, जब शैफाली ने विकेट लिया. उन्होंने यह भी बताया कि जब शैफाली मायूस थी, तब उन्होंने उसे इंस्पायर किया, उसको बताया कि तू वही शैफाली है, जो 2020 में इंडिया टीम को फाइनल तक लेकर गई थी.
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कर्णल और छतरपुर में भी जश्न...
भारत की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जमकर लोग जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं. करनाल के महर्षि वाल्मीकि चौक पर भी देर रात 1:00 बजे लोगों ने आतिशबाजी की और भारत माता की जय नारे लगाए. लोगों ने कहा कि हमारी छोरिया छोरो से कम नही हैं. महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के विश्व विजेता बनने का उत्साह क्रांति गौड़ के जिले छतरपुर में जमकर जश्न मनाया गया.
सांगली से उपकप्तान स्मृति मंधाना को शुभकामनाएं
वर्ल्ड कप पर भारत की बेटियों का कब्जा होते ही आसमान में जमकर आतिशबाजी कर लोगो ने जश्न मनाया है. बड़ी स्क्रीन पर लोगो ने इस फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को हारते हुए और भारतीय महिला टीम को जीतते हुए देखा है. सांगली से इस टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना को शुभकामनाएं दी गईं. उनके बचपन के कोच विष्णु शिंदे ने भी उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश की है.