भारत की अंडर-19 टीम ने रविवार, 14 दिसंबर को दुबई के आईसीसी अकादमी ग्राउंड में हुए एशिया कप मुकाबले के दौरान पाकिस्तान अंडर-19 टीम के साथ हाथ मिलाने (हैंडशेक) की परंपरा का पालन नहीं किया. भारतीय कप्तान आयुष म्हात्रे और पाकिस्तान के कप्तान फरहान यूसुफ ने एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया, जबकि आईसीसी की ओर से दोनों टीमों से मानक प्री-मैच प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किए जाने की खबरें थीं.
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी टूर्नामेंट को राजनीति से दूर रखना चाहता था और उम्मीद कर रहा था कि खिलाड़ी खेल भावना के तहत प्रचलित शिष्टाचार का पालन करेंगे.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि खिलाड़ियों को अब तक कोई विशेष निर्देश जारी नहीं किए गए थे, लेकिन बोर्ड ने अपनी स्थिति टीम मैनेजर आनंद दातार तक पहुंचा दी होगी. अधिकारी ने यह भी कहा कि यदि भारतीय खिलाड़ी हाथ न मिलाने का फैसला करते हैं, तो मैच रेफरी को इसकी सूचना पहले से दे दी जाएगी.
भारत-पाक का विजयी आगाज
भारत और पाकिस्तान—दोनों ने अपने-अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की. भारत ने यूएई को हराया, जबकि पाकिस्तान ने मलेशिया पर जीत दर्ज की. चूंकि दोनों टीमों के अपने पूल से आगे बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए टूर्नामेंट में आगे चलकर दोनों के बीच फिर से मुकाबला होने की संभावना है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि उस अवसर पर दोनों टीमें हाथ मिलाती हैं या नहीं.
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हैंडशेक विवाद जारी रहा
हालिया टूर्नामेंटों जैसे सीनियर पुरुषों का एशिया कप, महिला विश्व कप और राइजिंग स्टार्स एशिया कप में भारतीय टीमों ने पाकिस्तानी टीमों के साथ हाथ मिलाने से परहेज किया था. यह कदम पहलगाम आतंकी हमले में भारतीय सेना और पीड़ितों के प्रति एकजुटता के प्रतीक के रूप में उठाया गया था.
हालांकि, ब्लाइंड के लिए आयोजित उद्घाटन महिला टी20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान की खिलाड़ियों ने हाथ मिलाए थे. इस घटना ने काफी चर्चा बटोरी थी, क्योंकि दोनों देशों की ब्लाइंड क्रिकेटरों ने राजनीतिक तनावों को दरकिनार कर खेल की भावना के तहत एक-दूसरे का सम्मान किया.