ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पर्थ (ऑप्टस स्टेडियम) में खेले गए एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच को सिर्फ दो दिनों में जीत लिया. इस मुकाबले में विकेटों के पतझड़ के बीच सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने बल्ले से समां बांधा. हेड ने 83 गेंदों पर 123 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और चार छक्के शामिल रहे. हेड ने इस दौरान 69 गेंदों पर ही शतक पूरा कर लिया. हेड के काउंटर अटैक का इंग्लिश गेंदबाजों के पास कोई जवाब नहीं था.
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ट्रेविस हेड के तूफानी शतक की मदद से 205 रनों के टारगेट को 28.2 ओवर में ही हासिल कर लिया. इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज में 1-0 की लीड ले ली. सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 दिसंबर से ब्रिस्बेन के द गाबा में आयोजित होगा. वो मुकाबला गुलाबी गेंद (डे-नाइट टेस्ट) से खेला जाना है.
ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच खेले गए इस टेस्ट मैच ने जनवरी 2024 में हुए केपटाउन में हुए मुकाबले की याद दिला दी. वो मुकाबला भी दो दिनों (3 और 4 जनवरी) में ही समाप्त हो गया था. तब भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका पर सात विकेट से जीत हासिल की थी. उस मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 55 रन बनाए थे, जिसके बाद भारत की पहली इनिंग्स 153 रनों पर सिमटी.
केपटाउन में हुआ सबसे छोटा टेस्ट मैच
पहली पारी के आधार पर भारत को 98 रनों की महत्वपूर्ण लीड मिली थी. इसके बाद साउथ अफ्रीकी टीम ने अपनी दूसरी पारी में 176 रन बनाए. यानी भारत को जीत के लिए 79 रनों का टारगेट मिला, जिसे उसने आसानी से हासिल कर लिया था. केपटाउन में यह टीम इंडिया की पहली टेस्ट जीत थी.
इससे पहले इस मैदान पर भारत को 6 टेस्ट मैचों में से 4 में हार मिली थी, वहीं दो मैच ड्रॉ पर छूटे थे. केपटाउन टेस्ट मैच का रिजल्ट 642 गेंदों में ही आ गया था. यह अब तक का सबसे छोटा टेस्ट मैच है, जिसमें रिजल्ट आया. केपटाउन टेस्ट मैच ने 1932 में मेलबर्न में बने 92 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. तब मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 72 रनों से जीत हासिल की थी. नतीजा तब 656 गेंदों में आया था.
पर्थ टेस्ट मैच की बात करें, तो इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 172 रन जुटाए. जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 132 रन पर ढेर हो गई और इस तरह इंग्लैंड को पहली पारी के आधार पर 40 रनों की बढ़त मिली. दूसरी पारी में इंग्लैंड 164 रन ही जोड़ सका, लेकिन पहली पारी की लीड के चलते ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 205 रनों का टारगेट सेट हुआ.