Tulsi Subh Sanket: हिंदू धर्म में तुलसी माता को विष्णु प्रिय और लक्ष्मी का रूप माना जाता है. यह केवल एक पौधा नहीं बल्कि घर की देवी के रूप में पूजनीय है. ऐसी मान्यता है कि तुलसी के आसपास रहने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी को घर में रखने से वास्तु दोष दूर होते हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है. इसके साथ ही तुलसी की पूजा और उससे जुड़े मंत्र मानसिक शक्ति, ध्यान क्षमता और मनोबल बढ़ाने में मददगार होते हैं.
रोज तुलसी की देखभाल करने से उसके स्वरूप और स्थिति के आधार पर कई संकेत मिलते हैं. ये संकेत कभी शुभ और कभी अशुभ भी हो सकते हैं. इन संकेतों को समझकर हम घर और परिवार की स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं.
हरी-भरी और चमकदार पत्तियां
अगर तुलसी की पत्तियां गहरी हरी और चमकदार हों, तो यह मां लक्ष्मी की प्रसन्नता का संकेत है और घर में सुख, शांति और समृद्धि लाता है.
सुबह की ओस की बूंदें
यदि सुबह के समय तुलसी पर ओस की बूंदें टपक रही हों, तो यह लक्ष्मी जी का आगमन माना जाता है. इसे घर में खुशियों और सौभाग्य के आने की निशानी माना जाता है. इस अवसर पर हल्का जल चढ़ाना और तुलसी की पूजा करना विशेष रूप से शुभ होता है.
नई कोंपलें और फूल
तुलसी में नई कोंपलें या छोटे फूल निकलना घर में शुभ समाचार और खुशखबरी का संकेत है
सुगंध का फैलना
शाम के समय अगर तुलसी से तेज और मीठी खुशबू आने लगे, तो यह केवल सकारात्मक ऊर्जा का ही नहीं, बल्कि घर में देवता और पितरों की प्रसन्नता का भी संकेत माना जाता है. घर में सुख-शांति और संतुलन बनाए रखने के लिए इस समय तुलसी की पूजा करना और उसकी देखभाल करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है. यह संकेत बताता है कि घर में समृद्धि, खुशहाली और सौभाग्य आने वाला है.