वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है. बुध और गुरु, दो महत्वपूर्ण ग्रह, समय-समय पर अपनी राशि बदलते रहते हैं. बुध महीने में दो बार राशि परिवर्तन करते हैं, जबकि गुरु साल में एक बार अपनी राशि परिवर्तित करते हैं. परंतु इस वर्ष गुरु अपनी अतिचारी चाल में हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी गति सामान्य से तेज हो गई है. इसलिए अक्टूबर माह में गुरु कर्क राशि में प्रवेश कर गए हैं और लगभग दो महीने तक वहीं रहेंगे. फिर दिसंबर में गुरु पुनः मिथुन राशि में लौट जाएंगे. विशेष रूप से, 24 अक्टूबर का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस दिन गुरु और बुध के संयोग से एक शक्तिशाली नवपंचम राजयोग बन रहा है.
तीन राशियों के जातक इस नवपंचम राजयोग से महत्वपूर्ण लाभ उठा सकते हैं. इस योग का प्रभाव उनके करियर, धन, स्वास्थ्य और वैयक्तिक जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की संभावना रखता है. जानते हैं वो राशियां कौन सी हैं.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु और बुध का नवपंचम राजयोग अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है. इस राशि के लग्न भाव में बुध और नवम भाव में गुरु की स्थिति उन्हें करियर और वित्तीय मामलों में विशेष सफलता दिला सकती है. यह समय नई योजनाओं को शुरू करने और महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए अनुकूल है.
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए यह योग विशेष रूप से धन और प्रतिष्ठा में वृद्धि का संकेत देता है. गुरु की दृष्टि और बुध का प्रभाव इनके सामाजिक जीवन में सम्मान और कार्यक्षेत्र में उन्नति के अवसर प्रदान करेगा. पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी.
मेष राशि
मेष राशि के जातक इस समय अपने करियर और पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण लाभ उठा सकते हैं. गुरु और बुध के संयोग से नई जिम्मेदारियों और अवसरों का आगमन होगा. यह योग स्वास्थ्य और मानसिक स्पष्टता को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे बड़े निर्णय लेने में मदद मिलेगी.