चुनावी मौसम में दिल्ली का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. AAP 3 बार से दिल्ली की गद्दी पर है. AAP ने पुजारियों और ग्रंथियों के लिए 18 हजार रुपये महीना का ऐलान किया तो उधर वीर सावरकर के नाम से कॉलेज शुरू कर दिया गया. सवाल है आखिर दिल्ली की लड़ाई हिंदुत्व के मुद्दे पर क्यों आई? देखें हल्ला बोल.